लिखने की प्रैक्टिस और ये प्रैक्टिस है जरूरी
नवजीवन कहते हैं कि लिखने की प्रैक्टिस बहुत जरूरी है. अगर आप ऑनलाइन आंसर राइटिंग कर सकते हो तो उसे करो. मैंने भी आंसर राइटिंग का काम किया है. मैंने हर दिन आंसर लिखे हैं. भले ही एक दिन में एक आंसर लिखें, लेकिन इसमें निरंतरता बनाए रखें.
यही नहीं आप समझें कि आपको प्रैक्टिस क्या करना है. नवजीवन कहते हैं कि एक आम व्यक्ति और एक प्रतियोगी छात्र के न्यूजपेपर पढ़ने में भी अंतर होता है. मसलन अभी आर्टिकल 370 हटाया गया तो स्टूडेंट को खबर से आगे भी पता हो मसलन ये कब लागू हुआ, इसका क्या असर था, क्यों लागू हुआ था आदि आदि पता होना चाहिए. इसी तरह चंद्रयान 2 आदि को भी तैयार करना चाहिए. मेन्स में इस तरह के विस्तृत सवाल पूछे जा सकते हैं.
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