SSC Phase 13 Exam Protest: स्टाफ सलेक्शन कमीशन (SSC) की फेज 13 भर्ती परीक्षा को लेकर देशभर के छात्र सड़कों पर विरोध कर रहे हैं. पटना से लेकर दिल्ली तक छात्र हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर न्याय की मांग कर रहे हैं. छात्रों का आरोप है कि SSC Phase 13 परीक्षा में कई खामियां सामने आई हैं, लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया जा रहा है.
इस विरोध के समर्थन में कुछ शिक्षकों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. सोशल मीडिया पर भी यह मामला तेजी से वायरल हो रहा है और #SSCmismanagement हैशटैग ट्रेंड कर रहा है.
छात्रों की मांग है कि परीक्षाओं की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष होनी चाहिए. उनका कहना है कि वे वर्षों से मेहनत कर रहे हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ियां उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही हैं.
SSC की फेज 13 परीक्षा क्या है?
SSC Selection Post Phase 13 एक डायरेक्ट भर्ती परीक्षा है, जिसका उद्देश्य भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संगठनों में ग्रुप 'C' और 'D' पदों पर योग्य उम्मीदवारों की भर्ती करना है. इसमें उम्मीदवार अपनी योग्यता (10वीं, 12वीं, या ग्रेजुएट लेवल) के अनुसार पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं. डेटा एंट्री ऑपरेटर, क्लर्क, लैब असिस्टेंट, टेक्निकल ऑपरेटर, स्टोर कीपर, जूनियर इंजीनियर, रिसर्च असिस्टेंट, जूनियर स्टेनोग्राफर पदों पर नौकरी मिलती है.
इस परीक्षा में मात्रात्मक योग्यता, तर्क क्षमता, अंग्रेजी भाषा और सामान्य ज्ञान से जुडी चीजें पूछी जाती हैं. इसमें सीबीटी में कुल 100 MCQs के प्रश्न पूछे जाते हैं, और पेपर पूरा करने के लिए 60 मिनट का समय दिया जाता है.
SSC फेज 13 की परीक्षा में क्या गड़बड़ी पाई गई?
एसएससी साल 2010 से पहले ग्रुप बी (नॉन-गैजेटेड) और ग्रुप सी (नॉन- टेक्निकल) की परीक्षाएं करवाता था. हालांकि अब ग्रुप बी (गैजेटेड) पदों जैसे कि असिस्टेंट अकाउंट्स अफ़सर और असिस्टेंट ऑडिट अफ़सर की परीक्षाएं भी एसएससी के अंदर आती हैं. अभी तक टाटा कंस्लटेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस पिछले कई सालों से इन परीक्षाओं का प्रबंधन करती रही थी, लेकिन अब सेंट्रलाइज्ड परीक्षा सिस्टम के द्वारा ही परीक्षाओं का आयोजन होता है. छात्रों का मानना है कि सरकार नया सिस्टम तो ले आई, लेकिन इसमें कई खामियां सामने आ रही हैं.
कैंडिडेट्स का आरोप है कि कई परीक्षाओं में एग्जाम सेंटर इतनी दूर है कि छात्रों को परीक्षा केंद्र पर एक दो दिन पहले आना पड़ता है. इसके बाद जब छात्र वहां पहुंच रहे हैं तो आखिरी वक्त में परीक्षा को कैंसिल कर दिया जाता है. यहां तक कि परीक्षा के समय कंप्यूटर सिस्टम भी हैंग हो रहा है.
24 जुलाई को परीक्षा केंद्रों पर SSC फेज 13 की परीक्षा होनी थी, लेकिन कई केंद्रों पर तकनीकी खराबियों पाई गईं. परीक्षा देते वक्त कई छात्रों को कंप्यूटर हैंग हो गए, जिस कारण उनका समय खराब हुआ. छात्रों ने आरोप लगाया है कि परीक्षा केंद्रो पर कई टीचर्स फोन का इस्तेमाल कर रहे थे, जो कि नियमों के मुताबिक मना है.
आरोप है कि कई केंद्रों पर पहली शिफ्ट शुरू होने के बाद सिस्टम खराब हो गया तो कहीं परीक्षा बीच में ही रद्द कर दी गई. कुछ को तो 500 से 1000 किलोमीटर की दूरी पर सेंटर्स मिले और वहां जाकर पता चला कि परीक्षा कैंसिल हो चुकी है.
गाजियाबाद, हुबली, लखनऊ, भोपाल समेत कई शहरों से परीक्षा को लेकर कई शिकायतें मिली हैं.. पवन गंगा एजुकेशनल सेंटर 2 में 24 से 26 जुलाई तक की परीक्षाएं रद्द कर दी गईं. हुबली में 24 जुलाई की सुबह की शिफ्ट भी तकनीकी गड़बड़ी के कारण रद्द करनी पड़ी. अब इन अभ्यर्थियों की परीक्षाएं 28 जुलाई से दोबारा कराई जाएंगी.
क्या बोले अभ्यर्थी?
द लल्लनटॉप से बात करते हुए एसएससी कैंडिडेट रमन ने कहा, 'लड़कियां बालियां पहन रही है, बैंगल्स पहन रही है. यहां तक कि जो इनविजिलेटर्स एग्जाम हॉल में मौजूद हैं, उनके पास में मोबाइल फोन है. जबकि मोबाइल फोन की इजाजत नहीं होती है. चलती परीक्षा में उनके पास कॉल आ रहे हैं. वो फोन पर बात करते हुए बोल रहे हैं, अच्छा अभी एग्जाम में हूं बाद में बात करता हूं. यह हालत हो गई है एग्जाम की और उससे लेवल 6 और लेवल 7 की पोस्ट मिलती है. मतलब एक बंदा 70 से 90 हजार रुपये की सैलरी पर गवर्नमेंट जॉब पाता है... IAS के बाद ये ग्रेड बी के एग्जाम्स हैं जो अभी हो रहे हैं. मतलब ग्रेड बी लेवल के एग्जाम हैं. IAS के तुरंत बाद ये पोस्ट आती हैं. आप इतने सीरियस पोस्ट पर कैसे सेलेक्शन करेंगे अगर इस तरीके से आप एग्जाम लेंगे.'
दूसरे कैंडिडेट शेखर ने कहा, 'मेरे बहुत अच्छे मार्क्स आ रहे हैं. मेरी बहुत अच्छी तैयारी है. मैं एग्जाम स्टार्ट करता हूं. 10 मिनट बाद मेरा माउस काम करना बंद कर देता है. उसकी वजह से मैं अगर एग्जाम में पास नहीं हो पाऊंगा, तो मेरी जिंदगी का ट्रायल है ना. ये तो मेरे जिंदगी का सवाल है. प्रेफरेंस दिया था दिल्ली, मेरठ और लखनऊ. मेरा सेंटर दे दिया देहरादून. मेरे साथ तो ऐसा कुछ नहीं हुआ. वहां एक बच्चे के माउस ने अचानक काम करना बंद कर दिया... माउस ही काम नहीं कर रहा. मैं क्या एग्जाम दे पाऊंगा?... पवन गंगा एक सेंटर है दिल्ली में. वहां के सारे शिफ्ट के पेपर कैंसिल कर दिए. क्यों? क्योंकि टेक्निकल इश्यू है. हम एग्जाम नहीं ले पा रहे. तो इतनी बड़ी संस्था SSC एग्जाम नहीं करवा सकती.'