बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC)अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने मीडिया को बताया कि 13 दिसंबर को ही संयुक्त प्रवेश परीक्षा होगी. साथ ही उन्होंने 70वीं सीसीई परीक्षा को लेकर उड़ रही अफवाहों पर सफाई दी है. उन्होंने परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया या अन्य प्लेटफार्म पर अफवाह फैलाने वाले लोगों को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि सभी सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने वाले वीडियो की जांच करके साइबर सेल कार्रवाई करेगी.
बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि आयोग की ओर से 13 दिसंबर को परीक्षा की तिथि निर्धारित की गई है, लेकिन परीक्षा को लेकर भ्रान्तियां फैलाई गईं, इसलिए अखबार में विज्ञापान निकाल कर स्पष्ट कर दिया गया है. परीक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किया गया है, 950 केंद्रों पर परीक्षा होंगी. सभी केंद्रों पर सीसीटीवी और जैमर लगाया गया है इसलिए कोई भी इलेक्ट्रॉनिक एक्टिविटी नहीं हो पाएगी. परीक्षा कक्ष में त्रिस्तरीय सुरक्षा की गई है, जिसमें कैंडिडेट की पूरी जांच की जाएगी, बायोमैट्रिक के साथ-साथ हरेक दस्तावेज की जांच की जाएगी.
उन्होंने कहा कि बहुत जगह से सूचना मिली है कि अफवाह के कारण कई बच्चों ने बाहर से आने का टिकट कैंसिल कर दिया है. इस मामले को आयोग ने गंभीरता से लिया है, सोशल मीडिया चैनल पर जिन लोगों ने भ्रांति फैलाई है, सभी की जानकारी इकट्ठा करके जांच की जा रही है. यह सारी जानकारी साइबर सेल को दी जाएगी. जांच के बाद इन सभी पर कार्रवाई की जाएगी.
नॉर्मलाइजेशन पर कही ये बात
प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने यह भी बताया कि परीक्षा में मल्टी सेट क्वेश्चन पेपर का इस्तेमाल किया जाएगा. परीक्षा प्रारंभ होने के 3 घंटा पहले लॉटरी के माध्यम से आयोग क्वेश्चन पेपर को सेलेक्ट कर जिला प्रशासन को इसकी सूचना देता है, परीक्षा शुरू होने के ढाई घंटा पहले कैंडिडेट को आना होता है इसीलिए किसी तरह के पेपर लीक की संभावना नहीं होती है. क्वेश्चन पेपर को जिलों के ट्रेजरी में रखवाया जाता है. वहीं नॉर्मलाइजेशन को लेकर, परीक्षा रद्द करने को लेकर जिन लोगों ने दिग्भ्रमित किया है और छात्रों को भड़काया है. आयोग ऐसे सभी सोशल मीडिया के क्लिप को सत्यापन के लिए साइबर सेल को कार्रवाई के लिए देगी.