जीएसटी में कटौती के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आजतक के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्से और तबके के लोगों से बातचीत की और उनके सवालों का जवाब भी दिया. इसी दौरान बेंगलुरू से सीए के एक छात्र ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से GST 1, 2 और 3 के बारे में बात की.
सवाल पूछने वाले छात्र का नाम यश था. यश ने पूछा की जीएसटी 1 का मतलब यूनिफिकेशन ऑफ ऑल टैक्स हुआ था. जीएसटी 2 का मतलब था इसका सरलीकरण यानी सिम्पलिफिकेशन. ऐसे में जीएसटी 3 क्या होगा. इसको लेकर सरकार का विजन क्या है.
बेंगलुरू के छात्र के सवाल से प्रभावित हुईं वित्त मंत्री
निर्मला सीतारमण छात्र के इस सवाल से काफी प्रभावित हुई. उन्होंने कहा कि यह काफी अच्छा सवाल है. आपने जीएसटी के सारे स्टेज को बहुत ही खूबसूरत तरीके से डिस्क्राइब किया.वाकई में जीएसटी वन वहीं है जो आपने बताया. इसमें सभी अलग-अलग तरह के टैक्सों को एक साथ लाया गया और सारी असमानताएं दूर कर दी गईं. ताकि, कहीं भी डब टैक्सेसन जैसी जटिलताएं न हो.
उन्होंने छात्र का जवाब देते हुए आगे कहा कि वहीं जीएसटी 2 के बारे में जो आप ने बताया कि यह सिम्पलिसिटी के लिए था. चाहे वह टैक्स दरों को अप्लाई करने को लेकर हो या टैक्स से जुड़ी किसी भी अन्य चीजों को लेकर. जीएसटी 2 का मतलब ही सिम्पिलसिटी था.
वित्त मंत्री ने बताया जीएसटी 3 का मतलब है
निर्माल सीतारमण ने आगे कहा कि अब आते हैं आपके तीसरे सवाल पर, जो जीएसटी 3 को लेकर है. मैं बता दूं कि यह सवाल मेरे लिए नहीं है. यह कंज्यूमर से जुड़ा हुआ है. क्योंकि टैक्स को लेकर जो सिम्लिसिटी है, उसे प्रभावी तरीके से लोग महसूस कर रहे हैं और यह ऐसा ही चलता रहे, लोगों को और ज्यादा आसानी हो इसके लिए मैं कुछ काम कर रही हूं. कुछ एक वर्षों में वह भी पूरा हो जाएगा. फिर मैं बताऊंगी कि जीएसटी 3 किस लिए था.
वित्त मंत्री ने छात्र को जीएसटी को लेकर उनके सवाल को लेकर धन्यवाद दिया और कहा कि उनका ऑब्जर्वेशन शानदार है. जिस तरीके से उन्होंने जीएसटी को डिस्क्राइब किया वह काबिले तारीफ है.