राज्य के कई सरकारी कार्यालयों में भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा के दौरान संभावित नकल को रोकने के लिए, असम सरकार ने 27 जिलों में रविवार को इंटरनेट सेवा बंद कर दी. 4 घंटे से अधिक समय तक इन जिलों में इंटरनेट सेवा बंद रही. इससे पहले भी इसी महीने एक सरकारी भर्ती परीक्षा के दौरान राज्य में इंटरनेट बंद किया गया था.
सरकार के इस कदम के खिलाफ गुवाहाटी हाईकोर्ट में रिट भी दायर की गई थी मगर कोर्ट ने आदेश को स्थगित करने के इनकार कर दिया. इसके बाद अधिकारियों ने परीक्षा के घंटों के दौरान इंटरनेट एक्सेस को बंद करने के अपने फैसले को लागू किया. राज्य के 27 जिलों में इंटरनेट बंद कर धारा 144 भी लागू कर दी गई.
क्या है भर्ती परीक्षा?
विभिन्न सरकारी एजेंसियों में 30,000 ग्रेड III और IV पदों को भरने के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. 3 दिनों में आयोजित होने वाली परीक्षा में 14.30 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल होने का अनुमान है. ग्रेड-III की परीक्षा रविवार को हुई, जबकि ग्रेड-IV की परीक्षाएं 21 अगस्त को दो पालियों में ली गईं. ग्रेड III के अतिरिक्त पदों के लिए 11 सितंबर को परीक्षा ली जाएगी.
जो उम्मीदवार परीक्षा में असफल होंगे, उनके आवेदन शुल्क भी लौटा दिए जाएंगे. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के अनुसार, परीक्षा समाप्त होने पर असफल उम्मीदवारों की फीस उनके बैंक खातों में ट्रांस्फर कर दी जाएगी. भर्ती परीक्षा का आयोजन बोर्ड ऑफ सेकेण्डरी एजुकेशन, असम (SEBA) द्वारा किया जा रहा है.
फेयर एग्जाम के लिए बंद किया गया इंटरनेट
मुख्यमंत्री ने 17 अगस्त को कहा था, 'भर्ती प्रक्रिया के दौरान संभावित धोखाधड़ी को रोकने के लिए परीक्षा के घंटों के दौरान इंटरनेट सेवाएं रोक दी जाएंगी.' परीक्षा को 'स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी' तरीके से आयोजित करने के लिए, असम पुलिस ने धारा 144 को सभी तीन दिनों के लिए परीक्षा स्थलों और उसके आसपास लागू किया है.
तैयारी के स्तर का आंकलन करने के लिए मुख्यमंत्री ने शनिवार की रात वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीनियर अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता भी की. उन्होंने यह निर्देश दिया था कि सभी अधिकारी परीक्षा में किसी भी गड़बड़ी के मामलों पर नजर रखें.