CBSE Result 2023: दिल्ली के वसंत वैली स्कूल का रिजल्ट रहा शानदार, यूं खिले टॉपर्स के चेहरे
इस वर्ष की बोर्ड परीक्षाओं में दिल्ली के वसंत वैली स्कूल के बच्चों का रिजल्ट शानदार रहा. रिजल्ट जारी होते ही स्कूल में टीचर्स और बच्चों सभी के चेहरे खिल गए. सभी स्टूडेंट्स शानदार रिजल्ट के साथ पास हुए.
Advertisement
X
Vasant Valley School Topper Dakshayani Chandra (with mother)
CBSE Board Result 2023: सीबीएसई बोर्ड ने आज 12 मई को कक्षा 10वीं और 12वीं के रिजल्ट कर दिए हैं. इस वर्ष की बोर्ड परीक्षाओं में दिल्ली के वसंत वैली स्कूल के बच्चों का रिजल्ट शानदार रहा. रिजल्ट जारी होते ही स्कूल में टीचर्स और बच्चों सभी के चेहरे खिल गए. सभी स्टूडेंट्स शानदार रिजल्ट के साथ पास हुए. बच्चों ने स्कूल आकर प्रिंसिपल और टीचर्स को मिठाई खिलाकर मुंह मीठा किया. आजतक ने कुछ टॉपर्स के साथ बातचीत की और जाना कि उनका पढ़ाई का रूटीन क्या था और वह आगे क्या करने वाले हैं.
बच्चों ने बताया पढ़ाई का रूटीन
ह्यूमैनिटीज़ स्ट्रीम से 97.25 प्रतिशत नंबर लाने वाली अद्वैता सहगल ने बताया कि केवल एग्जाम के समय पढ़ाई करने से नंबर आते. जरूरी है हर दिन लगातार पढ़ाई करते रहना. अद्वैता आगे की पढ़ाई के लिए UK जाने वाली हैं. सैव्या गुप्ता ने साइंस स्ट्रीम से 96 फीसदी नंबर स्कोर किए हैं. उन्होंने भी कहा कि केवल एग्जाम के समय पढ़ाई नहीं की जा सकती. पूरे साल पढ़ाई करते रहने से ही सिलेबस पर अच्छी पकड़ बनती है.
ये है टॉपर का फ्यूटर प्लान
स्कूल टॉप करने वाली दक्षायनी चंद्रा ने कहा कि उनकी मेहनत पूरा स्कूल जानता है. पॉलिटिकल साइंस उनका पसंदीदा सब्जेक्ट है और वह आगे भी इसी स्ट्रीम में पढ़ाई कर डिप्लोमेसी में आगे जाना चाहती हैं. ने 98.5 पर्सेंट नंबरों से एग्जाम पास किया है. उन्होंने कहा कि पढ़ाई के घंटों का फिक्स रूटीन नहीं था, मगर वह ज्यादा से ज्यादा समय प्रोडक्टिव होने की कोशिश करती हैं. CUET UG एग्जाम देने वाली हैं, जिसके बाद पता चलेगा कि वह आगे की पढ़ाई कहां से करेंगी.
स्कूल और टीचर्स को दिया सफलता का श्रेय
अरनव गोयल कॉमर्स और ह्यूमैनिटीज़ स्ट्रीम से 97.5 प्रतिशत नंबर स्कोर किए हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल से मिली तैयारी का बोर्ड एग्जाम का अहम रोल रहा. अरनव यूनिवर्सिटी ऑफ साउदर्न कैलिफोर्निया पढ़ने जाने वाले हैं. अधिकांश बच्चों ने कहा कि स्कूल से उन्हें पढ़ाई के लिए काफी मोटिवेशन मिला. एकेडमिक्स के अलावा एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज़ पर भी लगातार ध्यान दिया जाता है.
टीचर्स के भी खिले चेहरे
बच्चों के रिजल्ट पर टीचर्स और हेड ऑफ स्कूल का चेहरा भी खिला उठा. टीचर्स ने कहा कि यह स्कूल का फॉर्मूला है कि बच्चों को हर दिन होमवर्क दिया जाए और कोशिश की जाए कि पढ़ाई को रोज की आदत बनाया जाए. टीचर्स ने कहा कि बच्चों को सिर्फ किताबी पढ़ाई नहीं, बल्कि इमोशनल सपोर्ट, करियर काउंसलिंग और पर्सनल सपोर्ट भी दिया जाता है ताकि उनकी ओवरआल ग्रूमिंग हो सके.