
पानी की बाढ़, सुनामी से मची तबाही की तस्वीरें और खबरें तो आपने कई बार पढ़ी और सुनी होंगी, लेकिन क्या कभी बीयर की सुनामी के बारे में सुना है? आज ही के दिन यानी 17 अक्टूबर को साल 1814 में लंदन में एक ऐसी घटना हुई, जहां बीयर की सुनामी या बाढ़ के चलते 8 लोगों की जान चली गई. बीयर की सुनामी की बात सुनने में अजीब लग सकती है, लेकिन लंदन में आज से 207 साल पहले ऐसा हुआ था. आइए जानते हैं कैसे लंदन में बीयर की सुनामी ने तबाही मचाई और क्या थी इस बीयर सुनामी की वजह.
कैसे आई थी बीयर से सुनामी?
लंदन के सेंट गिल्स में 17 अक्टूबर, 1814 की सुबह सब कुछ सामान्य ही था. लेकिन एक घटना की बाद वहां की सड़कों पर तबाही का मंजर छा गया. ये घटना ग्रेट रसल स्ट्रीट और टोटेनहैम कोर्ट रोड के किनारे पर हॉर्स शू ब्रियूअरी (Horse Shoe Brewery) नाम की एक शराब की भट्टी में हुई. यहां बीयर के फर्मेंटेशन टैंक में विस्फोट होने की वजह से बीयर की बाढ़ आ गई थी.
हॉर्स शू ब्रियूअरी (Horse Shoe Brewery) में 22 फीट ऊंचे-ऊंचे लकड़ी के फर्मेंटेशन टैंक्स में बीयर बनाने का काम होता था. इन टैंक्स के अंदर लगभग 3,500 बैरल के बराबर बियर होती थी. इन टैंक्स को लोहे के ढक्कनों से ढका जाता था. लेकिन घटना के दिन शाम साढ़े चार बजे स्टोरहाउस के क्लर्क जॉर्ज क्रिक ने जब टैंक का निरीक्षण किया तो पाया कि एक टैंक का 700 पाउंड का लोहे का ढक्कन हल्का ढीला हो गया है. लेकिन ऐसा साल में दो या तीन बार होता था इसलिए जॉर्ज क्रिक ने इस बात पर इतना ध्यान नहीं दिया. वहीं, क्रिक के बॉस ने भी इसपर ज्यादा गंभीरता से नहीं सोचा. उन्होंने कहा कि ढक्कन ढीला होने की वजह से कोई नुकसान नहीं होगा. उन्होंने उसे बाद में ठीक कराने की बात कही. लेकिन उन्हें इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि उनकी ये नजरअंदाजी तबाही लेकर आएगी.

जब 22 फीच ऊंचे टैंक में हुआ विस्फोट
इसके बाद शाम करीब साढ़े पांच बजे क्रिक ने स्टोररूम के अंदर से एक विस्फोट की आवाज सुनी. ये आवाज टैंक विस्फोट की थी. टैंक में विस्फोट के बाद फर्मेंट हो रही गर्म बीयर इतनी फोर्स से बाहर आई कि शराब की भठ्ठी की पिछली दीवार ढह गई. इस विस्फोट से एक चेन रिएक्शन भी शुरू हो गई और अगल-बगल के टैंक के वाल्व को भी टूट गए. इसे करीब 320,000 गैलन बीयर सड़कों पर बहने लगी. बीयर इतने फोर्स से बाहर निकली की 15 फीट ऊंची लहरें भी देखी जा सकीं.
बीयर की बाढ़ में गिर गए मकान
स्टोरहाउस में विस्फोट के बाद देखते ही देखते बीयर की सुनामी सड़कों पर जा पहुंची. सड़कों पर बह रही बीयर इतने ज्यादा मात्रा और फोर्स से बह रही थी कि अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को बहाकर ले गई. बाढ़ मिनटों में जॉर्ज स्ट्रीट और न्यू स्ट्रीट तक पहुंच गई, और शहर की सड़कों पर जल निकासी नहीं होने के कारण, मकानों के बेसमेंट में बीयर भरने लगी और कई मकान ढह गए. खुद को बहने से बचाने के लिए लोगों ने टेबल और फर्नीचर का सहारा लिया. इसी घटना में एक मैरी बानफ़ील्ड और उनकी चार साल की बेटी हन्ना को जान गंवानी पड़ी. इसी तरह करीब आठ लोगों ने इस घटना में दम तोड़ दिया था.
कोर्ट ने इसे दैवी घटना माना
जहां एक ओर कई लोगों की जान चली गई. वहीं, इस घटना के बाद कई लोग फ्री बीयर पीने के चक्कर में घरों से कप या दूसरे बर्तन लेकर निकले ताकि वो फ्री की बीयर को घर ले जा सकें. इस घटना के बाद हॉर्स शू शराब भट्टी के मालिकों के खिलाफ अदालत में मुकदमा कर दिया गया. लेकिन कोर्ट ने घटना के लिए किसी को जिम्मेदार न माते हुए इसे दैवी घटना माना और कंपनी मालिकों को सभी आरोपों से मुक्त कर दिया. उसके बाद से ही लकड़ी के फर्मेंटेशन टैंक का इस्तेमाल धीरे-धीरे बंद हो गया और उसकी जगह पर कंक्रीट के मजबूत टैंक बनाए जाने लगे.