एक तरफ जहां भारत और पाकिस्तान के बीच 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले के बाद तनाव चरम पर है. वहीं, पंजाब के फिरोजपुर में शुक्रवार को पाकिस्तान के लिए काम कर रहे जासूस को गिरफ्तार किया गया है. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने उसके कब्जे से पाकिस्तान कीसिम समेत एक पाकिस्तानी मोबाइल फोन भी बरामद किया है. बताया जाता है कि पकड़ा गया जासूस पाकिस्तान के छह संदिग्ध व्हाट्सएप ग्रुप का सदस्य रहा है.
Punjab: BSF in Ferozepur has arrested an Indian national near border out post, Maboke&seized a mobile phone with Pakistani SIM card, in use, from his possession. The number is added to 8 Pak groups. 6 other Pak phone numbers also retrieved from him. The man is from Moradabad (UP)
— ANI (@ANI) March 1, 2019
पकड़े गए जासूस की पहचान 21 वर्षीय मोहम्मद शाहरुख के तौर पर की गई है. उसे सीमा की बाहरी पोस्ट माबों के पास संदिग्ध परिस्थितियों में गिरफ्तार किया गया. आरोपी जासूस चादर में खुद को लपेटकर तस्वीरें क्लिक करने की कोशिश कर रहा था. शुरुआती जांच में सामने आयाहै कि वह उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला है. उसके पास से पाकिस्तान के छह और फोन नंबर भी मिले हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले जनवरी के आखिरी सप्ताह में ही जासूसी मामले में राजस्थान पुलिस ने दिल्ली से 2 लोगों को गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपी सेना के जवानों को हनीट्रैप पर फंसाते थे और सूचना लेकर पाकिस्तान भेजा करते थे.
इससे करीब 15 दिन पहले जैसलमेर से सेना के एक सिपाही सोमवीर फौजी को गिरफ्तार किया गया था. सोमवीर पाकिस्तानी लड़की जो आईएसआई के लिए काम करती थी, उससे हनीट्रैप का शिकार हुआ और सेना की गोपनीय जानकारी उसे दे दी.
बता दें कि भारत पाकिस्तान तनाव के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां का अलर्ट पर हैं. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, भारत में आतंकी संगठन बड़ा हमला करने की फिराक में हैं. इस अलर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि पाकिस्तान आतंकी समूह अब जम्मू- कश्मीर के अलावा हाई वैल्यूटारगेट पर हमला करना चाहते है. साथ ही जैश-ए-मोहम्मद समेत और बाकी आतंकी गुटों के पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ में इस बात का पता चला है.
अलर्ट में बताया गया है कि देश के नामी और बड़े नेता, रेलवे लाइन, तेल के डिपो, राइट विंग से जुड़े लोग आतंकियों के निशाने पर हैं. साथ ही आर्मी और पुलिस के वे रिटायर्ड अफसर जिन्होंने आतंकवाद या फिर खालिस्तान मूवमेंट के दौरान आतंकियों की धरपकड़ की थी वे भी आतंकियोंके निशाने पर हैं.
दिल्ली के 29 महत्वपूर्ण स्थानों को आतंकी निशाना बनाए जाने की बात भी सामने आई है. जिनमें इंडिया गेट, सेना भवन, प्रेसीडेंट हॉउस, संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट, सरोजनी नगर बाजार, चांदनी चौक, पालिका बाजार, लक्ष्मी नारायण मंदिर, लोटस टेम्पल, लाल किला, चीफ जस्टिस का घर, दिल्ली एयरपोर्ट का पार्किंग एरिया, दिल्ली रेलवे स्टेशन, दिल्ली विश्वविद्यालय, एम्स, मॉल्स सिनेमा हॉल डिफेंस कालेज, अक्षरधाम मंदिर और यहां तक की दिल्ली मेट्रो भी शामिल है.