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गुजरात में गिरफ्तार आतंकी भाइयों के रोल मॉडल हैं 'बगदादी-ओसामा'

गुजरात से पकड़े गए आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े आतंकी भाइयों के बारे में एटीएस ने बड़ा खुलासा किया है. गिरफ्त में आए दोनों भाइयों ने आईएस चीफ अबु-बकर-अल-बगदादी और ओसामा बिन लादेन को अपना रोल मॉडल बताया है.

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इन आतंकी भाइयों के रोल मॉडल थे बगदादी और ओसामा
इन आतंकी भाइयों के रोल मॉडल थे बगदादी और ओसामा

गुजरात से पकड़े गए आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े आतंकी भाइयों के बारे में एटीएस ने बड़ा खुलासा किया है. गिरफ्त में आए दोनों भाइयों ने आईएस चीफ अबु-बकर-अल-बगदादी और ओसामा बिन लादेन को अपना रोल मॉडल बताया है.

आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के गुजरात में भी पैर पसारने का खुलासा हुआ है. इसी कड़ी में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात अहमदाबाद एटीएस ने एक आतंकी को भावनगर और दूसरे को राजकोट से गिरफ्तार किया. पकड़े गए आतंकियों के नाम वसीम रामोदिया और नईम रामोदिया है. दोनों सगे भाई हैं.

पकड़े गए संदिग्ध से मिला था वसीम का नंबर
एटीएस सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक, यूपी से पकड़े गए संदिग्ध मुफ्ती काजमी की कॉल डिटेल में वसीम का नंबर मिला था. उसी के आधार पर एटीएस वसीम को ट्रैक कर रही थी. इस दौरान एटीएस ने उनके कुछ फोन कॉल भी इंटरसेप्ट किए थे, जिनमें हैंडलर मुफ्ती काजमी और वसीम आतंकी हमलों, बन बनाने के लिए विस्फोटक का इंतजाम से जुड़ी बातें कर रहे थे.

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जल्द देने वाले थे हमले को अंजाम
वसीम की निगरानी के साथ ही एटीएस के रडार पर नईम भी आ गया. इससे पहले कि दोनों आतंकी हमलों को अंजाम दे पाते उन्हें धर दबोचा गया. सूत्रों की मानें तो दोनों जल्द ही गुजरात में आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले थे. सूत्रों के मुताबिक, दोनों क्रिकेट अंपायर आरिफ रामोदिया के बेटे हैं. आरिफ हाल ही में सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी से रिटायर हुए हैं.

सोशल मीडिया के जरिए IS के संपर्क में थे दोनों
उनका परिवार राजकोट के नेहरूनगर इलाके में रहता है. आरोप है कि दोनों ट्विटर, फेसबुक और टेलीग्राम मैसेजिंग एप के जरिए आईएसआईएस आतंकियों से संपर्क में थे. संदिग्धों के पास से देसी बम, गन पाउडर, मास्क, कंप्यूटर समेत काफी सामान जब्त किया गया है. उनके कंप्यूटर और मोबाइल फोन से प्रतिबंधित साहित्य सामग्री भी बरामद की गई है.

डेढ़ साल से पुलिस के रडार पर थे दोनों भाई
एटीएस के उप-अधीक्षक के.के. पटेल ने बताया कि दोनों संदिग्ध पिछले डेढ़ साल से पुलिस के रडार पर थे. एटीएस की मानें तो वसीम और नईम पश्चिमी देशों में हुए कई हमलों की तर्ज पर भारत में भी 'लोन वुल्फ' हमलों को अंजाम देने की फिराक में थे. 'लोन वुल्फ' हमलों में अक्सर कोई बड़ा रैकेट नहीं होता. आतंकी इसे अपने स्तर पर ही अंजाम देते हैं.

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बढ़ा दी गई है सोमनाथ मंदिर की सुरक्षा
लिहाजा इन्हें रोकना ज्यादा कठिन होता है. माना जा रहा है कि दोनों संदिग्ध अगले कुछ दिनों में ये हमला करने वाले थे. वसीम और नईम की गिरफ्तारी के बाद सोमनाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. साथ ही इस रूट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं. फिलहाल एटीएस दोनों आतंकियों से पूछताछ में जुटी है. एटीएस भारत में उनसे जुड़े लोगों के रिकॉर्ड भी खंगाल रही है.

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