
महाराष्ट्र के अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या वाले मामले में आजतक के हाथ बड़ा सुराग लग गया है. जिस वाट्सऐप पोस्ट की वजह से उमेश की आरोपियों ने हत्या कर दी थी, वो अब आजतक ने ढूंढ निकाली है. उस पोस्ट में उमेश ने साफ शब्दों में बीजेपी की पूर्व नेता नूपुर शर्मा का समर्थन किया था.
जो वाट्स ऐप चैट हाथ लगी है उसके मुताबिक ब्लैक फ़्रीडम नाम के WhatsApp ग्रूप पर 14 जून को 7.57 बजे उमेश कोल्हे ने नूपुर शर्मा के बयान के समर्थन में एक पोस्ट डाला था. उस वाट्स ऐप चैट में उमेश कोल्हे का नाम The Amit Medi के नाम से सेव था. उमेश ने अपनी पोस्ट में लिखा हुआ था- I Support Nupur Sharma.
अब कहा जा रहा है कि इसी पोस्ट का स्क्रीनशॉट लेकर यूसुफ़ खान ने दूसरे ग्रूप्स और पर्सनल वाट्स ऐप पर शेयर किया था. यूसुफ़ के ज़रिए उमेश का पोस्ट कई दूसरे आरोपियों के पास भी पहुंचाया गया और फिर उन सभी ने एक साजिश के तहत 21 जून को उमेश की बेरहमी से हत्या कर दी. वैसे बड़ी बात ये भी है कि हत्या से एक दिन पहले उमेश की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में भी एक पोस्ट शेयर की गई थी.
उन्हीं सब पोस्ट के बाद उमेश पर आतिब और शाहरुख ने जानलेवा हमला किया और उन्हें मौत के घाट उतार दिया. लेकिन इस पूरे मामले का मास्टमाइंड इरफान शेख बताया गया है. इरफान ने सबसे पहले अपनी साजिश में मौलाना मुदस्सिर अहमद को साथ लिया था. फिर मुदस्सिर को उमेश कोल्हे की रेकी करने का काम मिला. इरफान ने इसके बाद शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान और आतिब रशीद को चुना. ये सारे के सारे दिहाड़ी मजदूर थे. पूरी प्लानिंग और रेकी के बाद 21 जून की रात आतिब और शाहरुख ने उमेश की हत्या की.
इस वारदात में शामिल आरोपियों में से किसी का भी कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. माना जा रहा है कि इरफान और मुदस्सिर ने ही हत्यारों को धर्म के नाम पर हत्या के लिए भड़काया था. अभी तक इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की गंभीरता को समझते हुए NIA भी इस केस की जांच के साथ जुड़ चुकी है. वो कुछ दूसरे बड़े एंगल को लेकर इस मामले की जांच कर रही है.
यहां ये जानना जरूरी हो जाता है कि उमेश हत्याकांड में पहले पुलिस का कहना था कि ये एक लूट का मामला है. सांसद नवनीत राणा ने यहां तक आरोप लगाया कि पुलिस किसी दबाव की वजह से ठीक तरीके से मामले की जांच नहीं कर पा रही थी. इसी वजह से कई तथ्य भी छिपाए गए. लेकिन अब महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन हो चुका है, ऐसे में इस केस की कार्रवाई में तेजी आई है और रोज नए खुलासे हो रहे हैं.