scorecardresearch
 

सुपरस्टार दर्शन और पवित्रा के खिलाफ मिले ये 5 अहम सबूत, अब बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है!

अपने ही फैन के कत्ल के आरोपों से घिरे दर्शन और पवित्रा गौड़ा के खिलाफ बेंगलुरु पुलिस के पास ऐसे-ऐसे सबूत हैं कि आरोपियों के लिए उन सबूतों की काट ढूंढ पाना तकरीबन नामुमकिन साबित होने वाला है. आखिर क्या है वो सबूत जिनके सामने आने से दर्शन और पवित्रा बच नहीं पाएंगे? आइए जानते हैं.

Advertisement
X
 रेणुका स्वामी मर्डर केस में हर रोज हो रहे हैं नए खुलासे...
रेणुका स्वामी मर्डर केस में हर रोज हो रहे हैं नए खुलासे...

कर्नाटक की राजधानी बंगलुरु में हुए रेणुका स्वामी मर्डर केस में गिरफ्तार किए गए कन्नड़ फिल्म स्टार दर्शन तुगुदीपा और उनकी दोस्त पवित्रा गौड़ा को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है. इन दोनों के खिलाफ पुलिस को ऐसे-ऐसे सबूत हाथ लगे हैं, जो उनके खिलाफ चलने वाले मुकदमे में कानूनी तौर पर उनके ताबूत की एक-एक कील साबित होने वाले हैं. आइए इन सबूतों के बारे में जानते हैं, जो गुनहगारों को उनके किए की सजा दिला सकते हैं.  

सबूत नंबर- 1: मोबाइल चैट और कॉल डिटेल

बंगलुरु पुलिस के पास कन्नड एक्टर दर्शन की बाकी आरोपियों के साथ मोबाइल फोन पर हुई बातचीत का सबूत कॉल डिटेल रिकॉर्ड के तौर पर मौजूद हैं. इनमें नॉर्मल फोन कॉल्स के साथ-साथ व्हाट्सऐप पर रेणुका स्वामी के कत्ल को लेकर दर्शन और उसके गुर्गों की बातचीत भी पुलिस के हाथ लग चुकी है. पुलिस को आरोपियों के साथ उस पुलिस सब इंस्पेक्टर की बातचीत के सबूत के तौर पर उसकी कॉल डिटेल मिल चुकी है, जो इस बात की तस्दीक करते हैं कि कैसे क़ातिलों ने वारदात को अंजाम देने के बाद लाश निपटाने के लिए पुलिस से ही मदद मांगी थी.

सबूत नंबर- 2: सीसीटीवी फुटेज

पुलिस को चित्रदुर्ग की अपोलो फार्मेसी से रेणुका स्वामी के निकलने से लेकर उसे अगवा किए जाने के पूरे रूट तक और यहां तक कि उस जगह के सीसीटीवी फुटेज भी मिल चुके हैं, जहां बेंगलुरु में लाकर उसे टॉर्चर किया गया था. इसी कड़ी में पुलिस को कुछ सीसीटीवी कैमरों में वो कार भी नजर आई है, जिससे रेणुका स्वामी की लाश को ठिकाने लगाने के लिए कातिल कामाक्षीपाल्या के नाले तक पहुंचे थे. यानी चित्रदुर्ग से लेकर बंगलुरु और buex से मैसुर तक पुलिस के पास कई टेक्निकल एविडेंस हैं. ये सभी आरोपियों के खिलाफ बहुत अहम साबित होने वाले हैं.

Advertisement

सबूत नंबर- 3: मौक़े से बरामद चीज़ें

बंगलुरु के जिस शेड में कत्ल से पहले रेणुका स्वामी को टॉर्चर किया गया, वहां से पुलिस को वो डंडे और रॉड मिल गए हैं. इनका इस्तेमाल मारपीट में किया गया. पुलिस को वो रस्सी भी मिली है, जिससे रेणुका को बांधा गया था. कत्ल से पहले रेणुका को शराब पिलाए जाने के सबूत भी मिले हैं और शराब की जिन बोतलों और खाने-पीने की चीज़ों का इस्तेमाल कातिलों ने किया, पुलिस को वो भी हाथ लगे हैं. 

सबूत नंबर- 4: रेणुका स्वामी के कपड़े

बंगलुरु पुलिस ने रेणुका स्वामी के वो कपड़े बरामद कर लिए हैं, जो उसने कत्ल के दौरान पहने थे. उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भिजवाया गया है. 

सबूत नंबर- 5: सुपारी का मनी-ट्रेल

पुलिस ने कन्नड एक्टर दर्शन की ओर से कथित तौर पर दिए गए 30 लाख रुपए का कुछ मनीट्रेल भी हासिल किया है. यानी पैसे ट्रांसफर किए जाने या निकाले जाने के डिटेल. जाहिर हैं ये सारे सबूत दर्शन, पवित्रा गौड़ा और उनके गुर्गों की मुसीबत बनने वाले हैं. 

रील का नायक निकला असल जिंदगी का खलनायक

बताते चलें कि दक्षिण भारत में फिल्मों का अलग ही क्रेज है. लोग फिल्म स्टार्स को ना सिर्फ बेइंतहा चाहते हैं, बल्कि कई तो उनकी भगवान की तरह पूजा भी करते हैं. चित्रदुर्ग के एक मेडिकल स्टोर का सेल्समैन रेणुका स्वामी भी फिल्म स्टार दर्शन तुगुदीपा को कुछ ऐसे ही चाहता था. ऐसे में जब दर्शन के लोगों ने रेणुका से कहा कि दर्शन उससे मिलना चाहता है, तो उसको अपने कानों पर यकीन ही नहीं हुआ. उसे लगा कि ऊपर वाले उसकी मुंहमांगी मुराद पूरी कर दी. लेकिन उसे नहीं पता था कि वो जिसे भगवान समझ रहा है, असल में वही उसका डेविल यानी शैतान है.

Advertisement

crime

दर्शन की जिंदगी में पवित्रा की एंट्री से नाराज था फैन

चित्रदुर्ग की अपोलो फार्मेसी में काम करने वाले रेणुका स्वामी की चाहत फिल्म स्टार दर्शन के लिए दीवानगी की हद तक थी. वो दर्शन की हर फिल्म फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखा करता था. यही वजह है कि जब दर्शन की शादीशुदा जिंदगी में पवित्रा गौड़ा की एंट्री हुई, रेणुका पवित्रा से नाराज़ रहने लगा. हालांकि ना तो रेणुका जाति तौर पर दर्शन को जानता था और ना ही पवित्रा को. दोनों की जिंदगी में उसकी हैसियत एक ऐसे मामूली फैन से ज्यादा कुछ नहीं थी. एक ऐसा फैन जिसे दर्शन और पवित्रा जानते तक नहीं थे. इसके बावजूद रेणुका अक्सर खुंदक में रहता था. 

अक्सर पवित्रा गौड़ा को सोशल मीडिया पर गंदे मैसेज भेजा करता था. सोशल मीडिया पर पवित्रा को गंदे मैसेजेस भेजना, उसे दर्शन की जिंदगी से दूर चले जाने की बात कहना रेणुका के लिए एक आम बात थी. लेकिन उसे पता नहीं था कि उसकी इस आदत के चलते खुद उसी का हीरो अब उससे इतना खफा हो चुका है कि उसके नाम की सुपारी दे चुका है. ख़ैर 8 जून को जब चित्रदुर्ग में दर्शन के नाम से फैंस क्लब चलाने वाले राघवेंद्र ने रेणुका को फोन किया और दर्शन से मिलने का मौका देने की बात कही कि रेणुका स्वामी खुशी के मारे पागल हो गया.

Advertisement

वो अपने फेवरेट फिल्म स्टार से मिलने के लिए उसके साथ उसी वक्त जाने को तैयार हो गया. दर्शन के गुर्गे पिछले कई दिनों से रेणुका को ट्रैक करने की कोशिश में थे और जैसे ही उन्होंने उसके सामने दर्शन से मीटिंग का चारा फेंका, वो खुद ब खुद गुर्गों के जाल में आ फंसा. राघवेंद्र के बुलाने पर वो खुद अपनी स्कूटी लेकर चित्रदुर्ग के चल्लाकेरे इलाके में पहुंचा और वहां पहुंच कर उसने उसको फोन किया. इसके बाद राघवेंद्र ने उससे मुलाकात की और अपने साथ दर्शन से मिलने बेंगलुरु चलने को राजी कर लिया. उसने एक कैब बुक किया.

crime

कत्ल की तफ्तीश में साजिश को लेकर चौंकाने वाले खुलासे

अपने कुछ साथियों के साथ रेणुका स्वामी को लेकर बेंगलुरु के लिए रवाना हो गया. रास्ते में ही उसे बाकी के गुर्गे भी मिले, जो सीधे रेणुका को लेकर बेंगलुरु के पट्टानागरे इलाके के उस शेड में लेकर पहुंचे, जहां आखिरकार उसको घंटो टॉर्चर के बाद मौत के घाट उतार दिया गया. उसके कत्ल की तफ्तीश में अब इस साजिश को लेकर जो बातें सामने आ रही हैं, वो चौंकाने वाली हैं. बेंगलुरु पुलिस राघवेंद्र और दूसरे गुर्गों को लेकर गुरुवार को चित्रदुर्ग के उसी इलाके में पहुंची, जहां उसने रेणुका को दर्शन से मिलने की बात कह उसे धोखे से बुलाया और अगवा कर लिया था.

Advertisement

बेंगलुरु में शुरू हुआ रेणुका के साथ टॉर्चर का सिलसिला

पुलिस ने आस-पास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज भी कलेक्ट की, जिसमें राघवेंद्र और रेणुका दोनों नजर आ रहे हैं. एक तस्वीर में अपने अपहरण से पहले रेणुका राघवेंद्र की बताई हुई जगह यानी चल्लाकेरे गेट की तरफ जाता हुआ दिख रहा है. पुलिस को अभी और कुछ ऐसे किरदारों की तलाश है, जिन्होंने रेणुका को चित्रदुर्ग से अगवा करने में राघवेंद्र की मदद की थी. पुलिस सूत्रों की मानें तो बेंगलुरु लाए जाने के साथ ही रेणुका के साथ टॉर्चर का सिलसिला शुरू हो चुका था. हालांकि पहले तो उसे कुछ देर तक समझ ही नहीं आया कि ये सब उसके साथ क्या हो रहा है? 

जिसे भगवान की तरह पूजा, उसने की बेरहमी से पिटाई

क्योंकि उसे दर्शन पर खुद से ज्यादा यकीन था, लेकिन यहां दर्शन के ईशारे पर खुद उसी के गुर्गे उसकी जान लेने पर आमादा थे. बेंगलुरु के एक सुनसान ठिकाने पर अब उसके साथ मारपीट, लोहे के गर्म छड़ से दाग़े जाने और दूसरे तरीकों के बर्बरता की शुरुआत हो चुकी थी. चूंकि दर्शन लगातार रेणुका को लेकर अपने गुर्गों के टच में था, जब उसे उसको बेंगलुरु लाए जाने की खबर मिली, तो वो खुद भी उस ठिकाने तक पहुंचा, जहां उसको बंधक बना कर रखा गया था. यहां पहुंचने के बाद उसे पहले रेणुका को बेल्ट से बुरी तरह से पीटा, जो उसको किसी भगवान की तरह पूजता था.

Advertisement

crime

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुए खुलासे ने केस का रुख मोड़ा

यहां खुद उसका भगवान ही उसे सज़ा देने पर और उसकी जान लेने पर आमादा था. जब रेणुका को बुरी तरह पीटने के बाद दर्शन का जी भर गया, तो फिर वो अपने गुर्गों को उसे ठिकाने लगा देने का हुक्म देते हुए वहां से वापस चला गया. इसके बाद भी देर तक उस पर जुल्मों सितम का सिलसिला चलता रहा और आखिरकार उसकी जान चली गई. रेणुका का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने उसके शरीर पर गर्म लोहे की रॉड से दागे जाने के निशान पाए हैं. डॉक्टरों ने बताया है कि उसकी नाक, जीभ काट डाली गई थी और जबड़ा भी तोड़ कर अलग कर दिया गया था. 

पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का सनसनीखेज खुलासा

इसके साथ-साथ पूरे शरीर पर अनगिनत हड्डियां टूटी हुई थीं. ऐसा लगता था कि जैसे उसे दीवार से टकरा कर मारा गया है. उसके स्कल यानी खोपड़ी में फ्रैक्चर के निशान मिले. बल्कि सच्चाई तो ये है कि ये रेणुका की लाश का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने ही इस केस का खुलासा किया, वरना बेंगलुरु की पुलिस पहले तो इसे सुसाइड यानी खुदकुशी का मामला मान कर चल रही थी. वैसे कहानी इतनी भर नहीं है. पुणे में हुए पोर्श एक्सीडेंट केस की तरह ही इस मामले के सामने आने के बाद दर्शन और उसके गुर्गों की ओर से पूरे मामले को दबाने की कोशिशें शुरू कर दी गई. लेकिन पोर्श कांड की तरह इस मामले में भी लोगों के दबाव के आगे पुलिस को झुकना पड़ा. फिलहाल इस मामले की जांच पुलिस गंभीरता से कर रही है.
 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement