Punjab Police Crime Report: पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने वर्ष 2025 की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई. इस दौरान सामने आए सभी आतंकी मामलों को समय रहते सुलझाया गया और किसी भी बड़ी घटना को अंजाम तक पहुंचने नहीं दिया गया. पुलिस की सतर्क खुफिया व्यवस्था और त्वरित कार्रवाई से सीमावर्ती इलाकों में भी हालात पूरी तरह नियंत्रण में रहे. आतंकी नेटवर्क पर लगातार निगरानी रखी गई और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत एक्शन लिया गया.
पंजाब पुलिस का दावा है कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह मजबूत बनी हुई है. यह उपलब्धि आम जनता के सहयोग और पुलिस की रणनीतिक कार्यप्रणाली का नतीजा मानी जा रही है. यह दावा खुद सूबे के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में किया है.
‘युद्ध नशियां विरुद्ध’ में रिकॉर्ड कार्रवाई
नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान ‘युद्ध नशियां विरुद्ध’ के तहत पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की. वर्ष 2025 में करीब 30,000 FIR दर्ज की गईं और लगभग 40,000 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इस दौरान 2,000 किलोग्राम से अधिक हेरोइन बरामद की गई, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. NDPS मामलों में सजा की दर 88 प्रतिशत रही, जो पूरे देश में सबसे अधिक बताई जा रही है. पुलिस का कहना है कि नशा तस्करी की रीढ़ तोड़ने के लिए सप्लाई चेन पर सीधा वार किया गया। इस अभियान से युवाओं को नशे से बचाने में बड़ी सफलता मिली है.
मजबूत पुलिसिंग
डीजीपी गौरव यादव के मुताबिक, पंजाब पुलिस ने तकनीक के इस्तेमाल को भी नए स्तर पर पहुंचाया है.PAIS 2.0 सिस्टम के जरिए अब जांच में वॉयस एनालिसिस तकनीक को शामिल किया गया है, जिससे मामलों की सटीकता और तेजी बढ़ी है. वहीं, Safe Punjab Helpline के जरिए 10,000 से ज्यादा FIR दर्ज होना एक बड़ा मील का पत्थर माना जा रहा है. इससे यह साफ है कि आम लोग पुलिस पर भरोसा कर रहे हैं. डिजिटल प्लेटफॉर्म और हेल्पलाइन ने पीड़ितों तक पहुंच को आसान बनाया है. पुलिस का मानना है कि तकनीक और जनता की भागीदारी से अपराध नियंत्रण और प्रभावी होगा.
गैंगस्टर नेटवर्क पर करारी चोट
राज्य में सक्रिय संगठित अपराध के खिलाफ भी पंजाब पुलिस ने निर्णायक कार्रवाई की है. साल 2025 में कुल 416 आपराधिक मॉड्यूल ध्वस्त किए गए और 992 गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया गया. इन कार्रवाइयों से गैंगवार, फिरौती और हथियार तस्करी जैसी गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ा है. पुलिस के अनुसार, संगठित अपराधियों की फंडिंग और नेटवर्क को तोड़ना प्राथमिक लक्ष्य रहा. लगातार दबिश और निगरानी से गैंगस्टर गतिविधियां कमजोर पड़ी हैं. इससे आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है.
क्राइम रेट और साइबर फ्रॉड में गिरावट
पंजाब में प्रमुख अपराधों के आंकड़ों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है. हत्या के मामलों में 8.7 प्रतिशत, अपहरण व अगवा मामलों में 10.6 प्रतिशत, स्नैचिंग में 19.6 प्रतिशत और चोरी में 34.3 प्रतिशत की कमी आई है. वहीं साइबर अपराध के मामलों में भी बड़ी कार्रवाई हुई, जहां कुल 418.29 करोड़ रुपये की ठगी में से 80 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि पर लियन लगाया गया. यह देश में चौथा सबसे बड़ा आंकड़ा है. पंजाब के डीजीपी का कहना है कि सख्त कानून-व्यवस्था और तकनीकी निगरानी से अपराधियों पर नकेल कसी जा रही है.