केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए फर्जी प्रमाणपत्र लगाने वाले एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान पोर्ट ब्लेयर के शादीपुर इलाके की एबीसी कॉलोनी निवासी दीपक कुमार दास के रूप में हुई है.
संबंधित जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि आरोपी दीपक कुमार दास ने मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नीक (डीएमएलटी) में फर्जी डिप्लोमा प्रमाणपत्र का इस्तेमाल करके डीएचएस में लैब असिस्टेंट की नौकरी हासिल की थी.
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया, 'जांच से पता चला कि उसने कोलकाता स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्नोलॉजिकल रिसर्च (आईएमटीआर) द्वारा जारी डीएमएलटी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी हासिल की थी.'
अफसर ने आगे बताया, 'आगे की जांच में पता चला कि मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी (एमएलटी) कोर्स में प्रमाणपत्र जमा करना अनिवार्य था, लेकिन उसने डीएमएलटी प्रमाणपत्र जमा कर दिया था.'
उन्होंने कहा, 'यह पाया गया कि पश्चिम बंगाल राज्य तकनीकी शिक्षा परिषद (डब्ल्यूबीएससीटीई) आईएमटीआर, कोलकाता को एमएलटी में एक वर्षीय पाठ्यक्रम प्रदान करता था, लेकिन उन्होंने दीपक कुमार दास के पक्ष में कभी भी कोई एमएलटी या डीएमएलटी प्रमाणपत्र जारी नहीं किया.'