महाराष्ट्र के लातूर जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने वाला मामला सामने आया है. एक 22 साल के युवक की आत्महत्या के बाद तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है. मृतक की पहचान इमरान खलील बेलुरे के रूप में हुई है, जो निलंगा तहसील के औरद शाहजानी गांव का रहने वाला था.
पुलिस के मुताबिक, इमरान बेलुरे ने गुरुवार शाम को आत्महत्या कर ली. उस पर कुछ साल पहले चोरी का एक मामला दर्ज था. आत्महत्या से ठीक पहले उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उसने तीन पुलिसकर्मियों पर परेशान करने के गंभीर आरोप लगाए थे. इस वीडियो के सामने आने के बाद इलाके में तनाव फैल गया.
गुस्साए रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों ने गुरुवार देर रात तक औरद पुलिस स्टेशन के बाहर धरना दिया. आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई. शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शुरुआती तौर पर एक्सीडेंटल डेथ का मामला दर्ज किया गया था. हालांकि, मृतक के परिजनों ने इसे मानने से इनकार करते हुए बंद का आह्वान किया.
इसके बाद इलाके के बाजार बंद रहे. स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स तैनात की है. इसी बीच बड़े अधिकारियों से बातचीत के बाद मृतक का शव पुलिस सुरक्षा के बीच शहर लाया गया. इस दौरान परिजनों ने एक बार फिर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग दोहराई. आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने शव को दफनाया.
औराद पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर सुधीर सूर्यवंशी ने बताया कि मृतक के भाई की शिकायत के आधार पर असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर विट्ठल दुरपड़े, कांस्टेबल तानाजी टाइल और हेड कांस्टेबल विलास पाटोदकर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है.