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UP: बेटों ने जायदाद के लिए पिता को उतारा मौत के घाट, नाले के किनारे दफ्ना दी लाश

UP News: यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में मामूली कहासुनी के बाद बेटों ने अपने पिता की हत्या कर डाली. इसके बाद बेटों ने शव को एक नाले के किनारे दफन कर दिया.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी बेटे
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी बेटे
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सिद्धार्थनगर जिले की मधुबनवा गांव की घटना
  • हत्या से पहले पिता को जमकर पीटा
  • बेटों ने शराब के लिए भी मांगे थे रुपये

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में बेटों की शर्मनाक करतूत सामने आई है. बेटों ने रुपयों और जायदाद के लिए अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया और शव को नाले के किनारे दफन कर दिया. जब घर में मां ने बेटों से पूछा कि पिता कहां हैं, तो बेटों ने कहा कि नौगढ़ में छोड़ कर आए हैं. अपने आप आ जाएंगे.

पूरा मामला सिद्धार्थनगर जिले के मधुबनवा गांव का है.  4 जून को इसी गांव के रहने वाले परशुराम का अपने बेटों राजाराम और सोनू से जायदाद और शराब के लिए रुपये मांगने को लेकर विवाद हुआ था. बेटों ने पिता के साथ मारपीट की. पिता ने 5 जून को इस मामले की शिकायत पुलिस में करने की बात की और दूध बेचने घर से निकल गए. इसी दौरान दोनों बेटों ने अपने पिता की रास्ते में हत्या कर डाली. शव को नाले के किनारे दफनाकर वे घर लौट आए. घर में जब परशुराम (मृतक) नहीं लौटा तो उसकी पत्नी सरश्वती ने बेटे (राजाराम व सोनू) से पूछताछ की तो उन्होंने कोई सही जवाब नहीं दिया.

ऐसे में सदर थाना में पत्नी ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो शक बेटों पर गया. बेटों से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने पिता की हत्या की बात कबूल कर ली और शव के बारे में बताया. पुलिस शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर कार्रवाई में जुट गई है.

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इस मामले में सिद्धार्थनगर के एसपी यशवीर सिंह का कहना है कि मधुबनवा गांव की एक महिला ने अपने पति का गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने जांच की तो शक मृतक के बेटों पर गया. कड़ाई से पूछताछ पर उसने बताया कि हमने ही अपने पिता की हत्या की है. फिर हत्या वाली जगह ले जाकर शव बरामद किया गया और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया. इसमें धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पिता जमीन बेचकर बेटी और दामाद को दे रहे थे, इसलिए हमने पिता की हत्या कर दी.

(रिपोर्ट- अनिल तिवारी)

 

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