फिल्म 'पुष्पा 2' के प्रीमियर के दौरान हुई भगदड़ में एक महिला के मौत के मामले में गिरफ्तार सुपरस्टार अल्लू अर्जुन अब जेल से रिहा हो चुके हैं. उनको आज सुबह करीप 6.15 बजे हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद रिहा किया गया है. उनको एक अदालत के आदेश के बाद शुक्रवार को चंचलगुडा सेंट्रल जेल में रखा गया था. तेलंगाना जेल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एक्टर ने शुक्रवार की रात सामान्य रूप से बिताई.
जेल अधिकारी ने बताया कि अल्लू अर्जुन ने डिनर में चावल और वेज करी खाई. वो बिल्कुल सामान्य लग रहे थे. वो बिल्कुल भी उदास नहीं थे. जेल में आमतौर पर डिनर का समय शाम 5.30 बजे होता है. लेकिन देर से आने वाले कैदियों को को भी भोजन दिया जाता है. एक्टर को करीब शाम 6.30 बजे जेल में लाया गया था. अदालत के आदेश के अनुसार उनके साथ विशेष श्रेणी के कैदी के रूप में व्यवहार किया गया.
अल्लू अर्जुन को जेल में बंद अन्य कैदियों से अलग रखा गया. उनको सोने के लिए एक बेड और मेज-कुर्सी दी गई. उन्होंने जेल अधिकारियों से कोई मदद नहीं मांगी. जेल अधिकारी ने अर्जुन के वकील की इस टिप्पणी का खंडन किया कि हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद उनको शुक्रवार की रात रिहा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार किसी भी कैदी को शाम 7 बजे के बाद रिहा नहीं किया जाता है.
उनका कहना है कि कई मामलों में अधिकतम रात 9 बजे तक समय बढ़ाया जा सकता है. जेल से किसी भी कैदी को रिहा करने की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए जेलर रैंक का कोई अधिकारी मौजूद होना चाहिए. हाई कोर्ट के अंतरिम जमानत आदेश की प्रति शुक्रवार रात 11.30 बजे जेल में पहुंची थी. ऐसे में उस वक्त उनको रिहा कर पाना संभव नहीं था. इसलिए उनको शनिवार सुबह रिहा कर दिया गया.
जेल से रिहाई के बाद अल्लू अर्जुन के वकील अशोक रेड्डी ने दावा किया कि अधिकारियों ने हाई कोर्ट के आदेश की प्रति मिलने के बावजूद रिहा नहीं किया. हैदराबाद के संध्या थिएटर में 4 दिसंबर को ब्लॉकबस्टर फिल्म 'पुष्पा 2: द रूल' के प्रीमियर के दौरान भगदड़ हो गई. इसमें एक 35 वर्षीय महिला की मौत हो गई थी. उसका आठ वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल है, जिस को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस घटना के बाद पुलिस ने मृतक महिला के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इसी मामले में अल्लू को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इससे एक दिन पहले वो दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में मौजूद रहे थे.
जेल से बाहर निकलने के बाद अल्लू अर्जुन ने कहा, ''चिंता की कोई बात नहीं है. मैं ठीक हूं. जो कुछ भी हुआ उसके लिए सॉरी, मैं कानून में यकीन रखता हूं. दुर्घटना अनजाने में हुई थी. मैं पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. कानून इस केस को देख रहा है तो मैं बीच में टिप्पणी नहीं करूंगा. सभी के प्यार और सपोर्ट के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया. मैं आपके सपोर्ट की वजह से यहां खड़ा हूं.''
अल्लू अर्जुन जेल से बाहर निकलने के बाद अपने घर पहुंचने से पहले ऑफिस पहुंचे थे. गीता आर्ट्स साउथ सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्म प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी है. इसे साल 1972 में उनके पिता अल्लू अरविंद ने शुरू किया था. अब इसे वो ही चलाते हैं. अपने प्रोडक्शन हाउस से निकलने के बाद वो सीधे अपने घर पहुंचे. परिवार से मिले. उनके घर के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.