
आपके मन में अक्सर सवाल उठता होगा कि चोरी की कई गाड़ियां आखिर क्यों पुलिस बरामद नहीं कर पाती है? आखिर ये गाड़ियां कैसे और कब दूसरे इलाकों में खपाई जाती है? तो आइए हम आपको पूरे खेल की कहानी बताते हैं.
लुटेरों का यह गैंग इन गाड़ियों को कई हिस्सों में काटकर अलग-अलग इलाकों में बेच डालते हैं और असली मालिक शायद ही कभी इन वाहनों तक पहुंच पाता है. यूपी में नोएडा के थाना सेक्टर-39 पुलिस ने अन्तर्राज्यीय वाहनों की चोरी कर कटाई करने वाला गिरोह को गिरफ्तार कर उसका भंडाफोड़ किया है. इस गैंग में एक चोर है और बाकी चार आरोपी चोरी के वाहनों की कटाई करने वाले हैं. इन सभी को अरेस्ट कर लिया गया है.

आरोपियों के कब्जे से 12 चोरी की बाइक, दो चोरी की कार, दो कार इंजन, एक ऑटो, 74 टायर बिना रिम, 37 टायर रिम सहित, 11 सीएनजी सिलेंडर और विभिन्न गाड़ियों के कटे हुए पार्ट्स-पुर्जे बरामद हुए हैं. पूछताछ में उन्होंने बताया कि अब तक 150 गाड़ियों को चोरी के बाद काटकर बेचा है.
पुलिस अधिकारियों का कहना है नवयुद्दीन उर्फ नबीनू और उसका गैंग अतुल के साथ मिलकर एनसीआर इलाके में कार व बाइक की चोरी करके बुलंदशहर के जहांगीराबाद में अपने साथी तनवीर सैफी, शाहआलम, रिजवान को कटाई के लिए देते थे. गाड़ियों की कटाई के बाद इनके पार्टस् को जरूरतमंद या कबाड़ी मोहित को बेच देते थे. इस तरह अब तक उन्होंने दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में करीब 150 गाड़ियों की चोरी करके काटने के बाद उनके पार्ट्स बेचे हैं. उनके खिलाफ चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं.