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Jharkhand: 3 बच्चों की मां को लेकर भागा अधेड़, पति ने दर्ज कराया केस तो आरोपी के बेटों ने की हत्या की कोशिश

Jharkhand: झारखंड के पलामू जिले के पाटन थाना क्षेत्र के पाल्हे गांव में एक शख्स को फांसी के फंदे पर लटका कर उसकी हत्या करने की कोशिश की गई. जानिए क्या है पूरा मामला.

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पीड़ित मुकेश कुमार
पीड़ित मुकेश कुमार
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पलामू में एक शख्स की हत्या करने की कोशिश
  • आरोपियों की तलाश में जुटी पाटन थाना पुलिस

Jharkhand News: झारखंड के पलामू जिले के रविवार को एक दंग कर देने वाली वारदात हुई. पाटन थाना क्षेत्र के पाल्हे गांव में एक शख्स को फांसी के फंदे पर लटका कर उसकी हत्या करने की कोशिश की गई. लेकिन समय रहते उसकी बेटी ने शोर मचा दिया. जिससे आसपास के लोग मौके पर पहुंचे. उन्होंने युवक को गंभीर स्थिति में फंदे से उतारा और फिर उसे अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के बाद शख्स की स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है.

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो उसे गांववालों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने पुलिस से आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की. इस बीच, पुलिस ने पीड़ित मुकेश कुमार का बयान लिया. उसने पुलिस को बताया कि चंद्रदेव पासवान के बेटे रवि पासवान और शशि पासवान ने उसे फांसी पर लटकाकर मारने की कोशिश की थी.  पुलिस अब आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में जुट गई है.

मिली जानकारी के मुताबिक, मुकेश कुमार मेहता को गांव के ही रवि पासवान और शशि पासवान ने मारने का प्रयास किया. मुकेश कुमार की 10 वर्षीय बेटी निशा ने अपने पिता को जब फांसी पर लटका हुआ देख कर शोर मचाया तब लोग इकट्ठा हुए और मुकेश को फंदे से उतारा. मुकेश की बेटी ने बताया कि सुबह में दो व्यक्ति उसके घर आए थे. वह बाहर खेल रहे अपने छोटे भाई को देखने गई. जब वापस कमरे में आई तो देखी कि पिता फांसी पर लटके हुए हैं.

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मुकेश कुमार की पत्नी के साथ चंद्रदेव पासवान का प्रेम चल रहा है. एक सप्ताह पहले चंद्रदेव मुकेश की पत्नी को लेकर फरार हो गया है.  महिला अपने तीन छोटे बच्चों को छोड़कर अधेड़ उम्र के प्रेमी के साथ चली गई है. इसके बाद दोनों परिवारों के बीच विवाद बढ़ गया है.  महिला को भगा ले जाने के मामले में कुछ दिन पहले ही मेदनीनगर के महिला थाने में मुकेश कुमार की ओर से मामला दर्ज कराया गया था. बताया जाता है कि मामला दर्ज होने के बाद पुलिस की कार्रवाई तेज होने से चंद्रदेव पासवान के परिजन गुस्से में हैं. इस वजह से ही इस वारदात को अंदाम दिया गया.

 

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