दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में विवाहेतर संबंध के शक में एक पति ने अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी. इसके बाद उसके शव को खुले नाले में फेंक दिया. आरोपी की पहचान 31 वर्षीय विष्णु शर्मा के रूप में हुई, जिस पर अपनी पत्नी श्वेता शर्मा की हत्या का आरोप है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, 14 नवंबर की शाम करीब 4.30 बजे यशपाल नामक एक व्यक्ति ने पुलिस को पीसीआर कॉल कर सूचना दी कि नाले के पास एक महिला का शव पड़ा है. पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो सामने एक महिला का आंशिक रूप से डूबा हुआ शव मिला. प्रारंभिक जांच के बीच ही विष्णु शर्मा घटनास्थल पर पहुंच गया. उसने मृतका की पहचान अपनी पत्नी श्वेता शर्मा के रूप में कर दी.
पुलिस को उसके व्यवहार से उस पर शक हुआ, तो उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई. पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश, लेकिन कड़ाई से पूछने पर अपना गुनाह कुबूल कर लिया. उसने पुलिस को बताया कि उसे लंबे समय से अपनी पत्नी के किसी अन्य पुरुष के साथ संबंध होने का शक था. इसी शक ने दोनों के बीच पिछले कई महीनों से तनाव और झगड़ों का माहौल बना रखा था.
13 नवंबर की रात करीब 9 बजे भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ. इस बार बहस इतनी बढ़ गई कि विष्णु ने अपना आपा खो दिया और गुस्से में उसने घर के अंदर ही श्वेता की हत्या कर दी. हत्या के बाद उसने खुद को बचाने के लिए एक बेहद योजनाबद्ध कदम उठाया. उसने शव को कंधे पर उठाकर औद्योगिक क्षेत्र के पास बने एक खुले नाले में फेंककर भाग गया, ताकि सबूत पूरी तरह मिट जाए.
पुलिस ने जांच शुरू की तो आसपास के इलाकों का सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया. उसमें साफ दिखाई दिया कि आरोपी रात में अपनी पत्नी का शव लेकर नाले की ओर जा रहा है. यही सबूत उसके खिलाफ निर्णायक साबित हुआ. पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी आदतन अपराधी है. उस पर पहले से आबकारी उल्लंघन और चोरी के तीन मामले दर्ज थे. उसके खिलाफ जांच भी की गई थी.
पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि हत्या से पहले दोनों के बीच क्या परिस्थितियां बनी थीं. क्या किसी और व्यक्ति का इस रिश्ते में दखल था. फिलहाल विष्णु को गिरफ्तार कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. जहांगीरपुरी की वारदात उस खतरनाक सच को उजागर करती है कि संदेह और अविश्वास जब अपराध में बदलते हैं, तो परिणाम अक्सर मौत पर जाकर खत्म होता है.