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झांसी सांसद अनुराग शर्मा को गलत कागजों से प्रॉपर्टी बेचने वाला गिरफ्तार, लगाया था करोड़ों का चूना

आरोपी ने सांसद से धोखाधड़ी करते हुए यह बात छिपा ली थी प्रॉपर्टी को बैंक में गिरवी रखकर 20.22 करोड़ रुपये का लोन लिया है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • झांसी के सांसद से करोड़ों रुपये की ठगी
  • गलत कागज दिखाकर सांसद को बेची प्रॉपर्टी
  • आर्थिक अपराध शाखा ने आरोपी को दबोचा

यूपी के झांसी से बीजेपी सांसद अनुराग शर्मा के साथ करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है. केस जमीन की खरीद फरोख्त से जुड़ा है. आरोपियों ने सांसद को दिल्ली के बिजवासन में 750 वर्ग गज की प्रॉपर्टी गलत कागज दिखाकर बेच दी. आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

आरोपी ने सांसद से धोखाधड़ी करते हुए यह बात छिपा ली थी कि प्रॉपर्टी को बैंक में गिरवी रखकर 20.22 करोड़ रुपये का लोन लिया है. जांच में सामने आया कि आरोपी इसी प्रॉपर्टी को लीज पर देकर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से किराया वसूल रहा था. आरोपी की पहचान पंचशील एंक्लेव निवासी विनोद कुमार शर्मा के रूप में हुई है.

 

ठगी का आरोपी

सांसद ने बताया कि उन्होंने विनोद कुमार शर्मा से बिजवासन स्थित उनकी प्रॉपर्टी खरीदी थी. बाद में पता चला कि आरोपी ने प्रॉपर्टी बेचते वक्त ये बात छुपा ली कि उसने प्रॉपर्टी को केनरा बैंक में गिरवी रखकर 20.22 करोड़ रुपये का लोन लिया है. आरोपी की गलत बयानी और प्रलोभन पर उन्होंने फरवरी 2017 में संपत्ति खरीद ली. 

सांसद ने बताया कि उनके और आरोपियों के बीच एक समझौता हुआ था. इसमें 5.55 करोड़ रुपये में प्रॉपर्टी खरीदने की बात हुई थी. सांसद ने कहा कि आरोपियों ने डील करने के दौरान उन्हें बताया था कि इस प्रॉपर्टी से डीएमआरसी से किए कॉन्ट्रैक्ट के तहत 8-9 लाख रुपये किराया भी मिल रहा है. लेकिन उनके साथ धोखाधड़ी की गई. 

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जांच के दौरान आरोपियों के साथ ही केनरा बैंक और डीएमआरसी के जरूरी डॉक्यूमेंट खंगाले गए. पीड़ित सांसद को आरोपी ने सिर्फ इतना बताया था कि उसने प्रॉपर्टी को केनरा बैंक में गिरवी रखकर सिर्फ 4.12 करोड़ रुपये का लोन लिया था, जो कि चुका दिया है. जबकि हकीकत कुछ और ही थी. 

आरोपी ने अपनी कंपनी सूर्यांश हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के नाम से प्रॉपर्टी को गिरवी रख 20.22 करोड़ का लोन लिया था. सांसद अनुराग शर्मा ने बताया कि आरोपी ने अगले साल यानी जनवरी 2018 में डीएमआरसी से भी तथ्यों को छुपाया और लीज अपने नाम पर बढ़वा ली. 
 

 

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