ओडिशा के जाजपुर जिले के दशरथपुर इलाके में एक फेक करेंसी रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है. यहां से पुलिस ने 2 लाख 72 हजार मूल्य के जाली नोट बरामद किए है. इसके साथ ही इस रैकेट के सरगना चंद्रमणि बल को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके बारे में 10 मई को भद्रक में पकड़े गए एक आरोपी से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ था.
जानकारी के मुताबिक, भद्रक में आरोपी युवक ने आनंदा बाजार की एक दुकान पर जाली नोटों का उपयोग करके सामान खरीदने का प्रयास किया था. इसकी जानकारी मिलते ही लोग नाराज हो गए. उन्होंने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. आरोपी से पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर दशरथपुर पुलिस ने एक सर्च अभियान शुरू किया था.
इस दौरान मुख्य आरोपी चंद्रमणि के घर पर छापा मारा गया, जहां उन्हें एक रंगीन प्रिंटर, सीट काटने के उपकरण और नकली नोटों के ढेर मिले. एसडीपीओ बिचित्रानंद सेठी ने कहा, "चंद्रमणि एक हिस्ट्रीशीटर है. उसे पहले भी आंध्र प्रदेश पुलिस ने इसी तरह के मामले में गिरफ्तार किया था. वह कई सालों से यह धंधा चला रहा है. ओडिशा में नकली नोट बांट रहा है.''
पुलिस जांच से पता चला है कि इस रैकेट की पहुंच बहुत बड़ी थी. राज्य के कई हिस्सों में पहले से ही नकली नोट चलन में थे. भद्रक से गिरफ्तार किए गए युवक के पास 7 हजार रुपए के जाली नोट मिले थे, जिससे आखिरकार चंद्रमणि तक का सुराग मिला. यह रैकेट पहली बार 10 मई को तब सामने आया जब भद्रक का युवक 200 के नोट लेकर पहुंचा.
उसने नकली नोट का इस्तेमाल करके सामान खरीदने का प्रयास किया. दुकानदार ने बनावट और प्रिंट में विसंगतियों को देखते हुए, आस-पास के अन्य लोगों से नोट की जांच कराई. इससे पता चला कि नोट नकली है. इसके बाद हुए हंगामे के बाद सतर्क स्थानीय लोगों ने उसको पकड़ लिया. पुलिस को तुरंत सूचित किया गया. पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया.