हरियाणा के नूंह जिले के अमीनाबाद गांव में सोमवार देर शाम पुलिस और गांववालों के बीच हिंसक टकराव हो गया. साइबर फ्रॉड केस में संदिग्ध रियाज की गिरफ्तारी के लिए पहुंची पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने अचानक पत्थर बरसाने शुरू कर दिए, जिसमें चार पुलिसवाले घायल हो गए. अफरातफरी के बीच भीड़ आरोपी को छुड़ाने में भी कामयाब रही.
पुलिस को रियाज की लोकेशन अमीनाबाद में मिली थी. इसके बाद गांव पहुंचकर पुलिस ने संदिग्ध को पकड़ लिया. लेकिन गिरफ्तारी के पल भर बाद ही रियाज ने शोर मचाना शुरू कर दिया. आवाज सुनकर उसका परिवार और आसपास के लोग इकट्ठा होने लगे. देखते ही देखते भीड़ आक्रामक हो गई. गांववाले पुलिसकर्मियों पर टूट पड़े.
गिरफ्तारी रोकने के लिए पथराव शुरू कर दिया. पुलिस रियाज को लेकर निकलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन गांववाले पीछा करते रहे और रास्ते भर पत्थर फेंकते रहे. आखिरकार भीड़ ने पुलिस पर दबाव बढ़ाया और संदिग्ध को छुड़ाकर भाग निकले. पुलिसकर्मी किसी तरह अपनी जान बचा पाए. इस घटना की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा
इस घटना में चार पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आईं, जिनका इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है. दो ग्रामीणों के घायल होने की भी जानकारी मिली है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गांववालों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है. पत्थरबाजी में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है.अमीनाबाद में पुलिस के प्रति अविश्वास का माहौल लंबे समय से बना हुआ है.
यही वजह है कि मामूली कार्रवाई भी भीड़ हिंसा में बदल जाती है. चौंकाने वाली बात यह है कि अमीनाबाद में पुलिस पर यह एक महीने के भीतर दूसरा हमला है. इससे पहले भी एक टीम पर हमला हुआ था, जिसे एक स्थानीय नेता के हस्तक्षेप के बाद सुलझाया गया था. नूंह में इससे पहले दिल्ली पुलिस के साथ भीड़ की भिड़ंत के मामले भी सामने आ चुके हैं.