आंध्र प्रदेश सीआईडी ने मुंबई स्थित एक्ट्रेस-मॉडल कादंबरी जेठवानी उत्पीड़न केस में कथित भूमिका के लिए मंगलवार को निलंबित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और पूर्व खुफिया प्रमुख पीएसआर अंजनेयुलु को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. अंजनेयुलु उन तीन आईपीएस अधिकारियों में से एक हैं, जिन्हें कादंबरी जेठवानी के खिलाफ दर्ज एक मामले में उचित जांच के बिना गिरफ्तार और परेशान करने के लिए निलंबित किया गया है.
इस मामले में दो अन्य आईपीएस अधिकारी विशाल गुन्नी और कांथी रतन टाटा को भी निलंबित किया गया है. टीडीपी ने 'एक्स' पर लिखा है, "आईपीएस अधिकारी पीएसआर अंजनेयुलु को जगन रेड्डी के निर्देशों के तहत एक महिला (जेठवानी) को परेशान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.'' पूर्ववर्ती वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान खुफिया प्रमुख के रूप में काम करते हुए अंजनेयुलु ने जगन रेड्डी की लाइन का अनुसरण किया.

टीडीपी के अनुसार, पिछली सरकार ने एक्ट्रेस-मॉडल कादंबरी जेठवानी को मजबूर करने के लिए अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल किया, लेकिन वर्तमान सरकार अब उनके साथ न्याय कर रही है. अंजनेयुलु, टाटा और गुन्नी को पिछले साल एक जांच के बाद निलंबित कर दिया गया था, जिसमें मॉडल के उत्पीड़न में उनकी भूमिका सामने आई थी. इस मामले में वाईएसआरसीपी नेता कुक्कला विद्यासागर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था.
बताते चलें कि कादंबरी जेठवानी का जन्म अहमदाबाद में हुआ था. उनके पिता एक मर्चेंट नेवी अधिकारी थे. उनकी मां भारतीय रिज़र्व बैंक की कर्मचारी रही हैं. उनकी पोस्टिंग मुंबई में थी. उसी दौरान कादंबरी ने अपनी फिल्मी करियर शुरू किया था. 2 फरवरी, 2024 को जगन वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदस्य केवीआर विद्यासागर की शिकायत के बाद कादंबरी जेठवानी और उनके परिजनों को मुंबई से गिरफ्तार किया गया था.
केवीआर विद्यासागर ने कादंबरी जेठवानी और उनके परिजनों पर धोखाधड़ी और जबरन वसूली का आरोप लगाया था. इसके बाद उनको 40 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था. इस मामले में तब से लेकर अबतक जमकर राजनीति हुई है. फिलहाल टीडीपी सरकार उनको न्याय दिलाने की बात कह रही है. कादंबरी जेठवानी ने साल 2012 में हिंदी फिल्म साड्डा अड्डा से डेब्यू किया था. इस फिल्म में करणवीर शर्मा, शौर्य चौहान और भौमिक संपत भी थे.