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आईएस ने पार की दरिंदगी की इंतेहा

दहशत और जुल्म के मामले में दुनिया के आम इंसानों के सोचने समझने की हद जहां खत्म होती है, आईएसआईएस की हद वहीं से शुरू होती है. कल तक जो दुनिया सिर कलम किए जाने, गोली मारे जाने, या फिर जिंदा जलाए जाने जैसे मौत के तरीकों से हैरान हो रही थी, उसी दुनिया ने जब आईएसआईएस के मौत देने का ये नया तरीका देखा, तो सन्न रह गई. इस बार आईएसआईएस ने एक बेगुनाह को रस्सियों के सहारे ट्रक से बांध कर तब तक घसीटा, जब तक उसके जिस्म से जान जुदा नहीं हो गई.

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आईएस ने पार की दरिंदगी की इंतेहा
आईएस ने पार की दरिंदगी की इंतेहा

दहशत और जुल्म के मामले में दुनिया के आम इंसानों के सोचने समझने की हद जहां खत्म होती है, आईएसआईएस की हद वहीं से शुरू होती है. कल तक जो दुनिया सिर कलम किए जाने, गोली मारे जाने, या फिर जिंदा जलाए जाने जैसे मौत के तरीकों से हैरान हो रही थी, उसी दुनिया ने जब आईएसआईएस के मौत देने का ये नया तरीका देखा, तो सन्न रह गई. इस बार आईएसआईएस ने एक बेगुनाह को रस्सियों के सहारे ट्रक से बांध कर तब तक घसीटा, जब तक उसके जिस्म से जान जुदा नहीं हो गई.

मौत देने के इस भयानक तरीके के दौरान कहीं बंधक की रस्सी ना टूट जाए और कहीं उसकी ज़िंदगी ना बच जाए, ये तय करने और मौत के इस दर्दनाक मंज़र के मज़े लेने के लिए हथियारबंद आतंकवादियों का काफ़िला लगातार इस ट्रक के पीछे दौड़ता रहता है. उधर, आतंकवादियों का शिकार ये शख्स कुछ देर तक तो तड़पता है, लेकिन जल्द ही उसका जिस्म बुरी तरह छिल कर लहूलुहान हो जाता है और दर्द के मारे वो बेहोश होता है. लेकिन ये ट्रक तभी जाकर रूकता है, जब आतंकवादी इस बात से मुतमईन हो जाते हैं कि अब उसकी जिस्म में और जान नहीं बची.

सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के बुलावे पर रूस पिछले 30 सितंबर से सीरिया में आईएसआईएस के तमाम ठिकानों पर धुआंधार बमबारी कर रहा है. यहां तक कि उसने जहां सीरिया के समंदर में अपने युद्धपोत तैनात कर दिए हैं, वहीं जमीनी लड़ाई के लिए भी 2000 से ज्यादा फौजी सीरिया में उतार दिए हैं. ऐसे में अब जॉन और बगदादी के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है. दुनिया जानती है कि जेहादी जॉन ने अमेरिकी और ब्रिटिश नागरिकों को किस तरह जान ली है. एफबीआई, एमआई 5 और स्कॉटलैंड यार्ड जैसी एजेंसियां जहां जॉन की तलाश में चप्पा-चप्पा छान रही है, वहीं अमेरिकी सीनेट ने जॉन के सिर पर 10 मीलियन यूएस डॉलर के इनाम का ऐलान कर रखा है. ठीक इसी तरह आईएसआईएस के मुखिया अबु बकर अल बगदादी को अमेरिका ने स्पेशली डेजिगनेटेड ग्लोबल टेररिस्ट का टैग दे रखा है, वहीं उसके सिर पर भी 10 मीलियन यूएस डॉलर का इनाम है. अब तक अलग-अलग कार्रवाई में बगदादी के दो बार ज़ख्मी होने की ख़बरें सामने आ चुकी है. लेकिन हक़ीक़त यही है कि बगदादी अब भी पूरी दुनिया के लिए एक छलावा बना है.

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उत्तरी इराक के एक छोटे से शहर में अचानक एक दोपहर को आईएसआईएस के आतंकवादी तीन लोगों को पकड़ कर बीच चौराहे पर लाते हैं. उनके हाथ पीछे बंधे हैं, जबकि तीनों के सिर और आंखें नकाब से ढंकी हैं. अब तीनों को एक-एक कर घुटने के बल चौराहे के बीच खाली जगह पर बिठा दिया जाता है और फिर आईएसआईएस का एक बूढ़ा आतंकवादी हाथ में माइक लेकर मुनादी करता है. इस चौराहे पर इस बूढ़े आतंकवादी के सिवाय आईएसआईएस के बाकी तमाम आतंकवादियों के चेहरे पोशीदा हैं. आतंकवादी बताता है कि किस तरह इन तीन में से दो ने एक-दूसरे के साथ अप्राकृतिक शारीरिक संबंध बनाए. जबकि तीसरे शख्स ने ऊपरवाले और इस्लाम के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं. इसके बाद एक ही झटके में इनकी गर्दन उड़ा दी जाती है.

बगदादी का मकसद सिर्फ और सिर्फ इराक और सीरिया को जीतना नहीं है बल्कि वो तो तमाम लेवेंट मुल्कों यानी साइप्रस, इजरायल, जॉर्डन, लेबनान, सीरिया, फिलिस्तीन और टर्की को मिलाकर एक इस्लामिक अमीरात बनाना चाहता है. बगदादी के बारे में ये कहा जाता है कि वो दो बार अमेरिकी हवाई हमले में बुरी तरह जख्मी हो चुका है. लेकिन हकीकत यही है कि अब तक उसकी मौत की खबर सामने नहीं आई है. ऐसे में बगदादी का खौफ भी दुनिया का पीछा कर रहा है.

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