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सेल्फी वाली मौत से सुपारी मर्डर तक: सोनम ने यूं बनाया था राजा रघुवंशी को मारने का पूरा प्लान, खौफनाक थी साजिश

मेघालय हनीमून ट्रिप पर गई सोनम रघुवंशी ने पति राजा की हत्या को 'सेल्फी मौत' जैसा हादसा दिखाने की साजिश रची थी. जानिए कैसे सेल्फी से शुरू हुआ प्लान, सुपारी किलर्स तक पहुंचा और अब जेल में पहुंची कातिल बीवी सोनम.

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सोनम ने पहले राजा के लिए सेल्फी वाली मौत का प्लान बनाया था
सोनम ने पहले राजा के लिए सेल्फी वाली मौत का प्लान बनाया था

Raja Raghuwanshi Murder Case: सोनम रघुवंशी अपने नए नवेले पति राजा का कत्ल नहीं करना चाहती थी, बल्कि वो उसे एक सेल्फी मौत देना चाहती थी. सेल्फी मौत मतलब जो सिर्फ हादसा नजर आए. प्लान के तहत राजा को किसी ऊंचाई वाली जगह से खाई में धक्का दिया जाना था. ताकि खाई में गिरकर उसकी मौत हो जाए. लेकिन 22 मई को मौसम खराब होने की वजह से ये प्लान फेल हो गया. इसके बाद राजा की मौत की तारीख 23 मई रखी गई और इस बार ये काम अंजाम दिया सुपारी किलर्स ने.   

राजा रघुवंशी मर्डर केस में एक ऐसा लम्हा भी आया, जब हर कोई उस लम्हे को देखकर देखता ही रह गया. अजीब मंजर था वो, जो किसी का भी दिल छलनी कर जाए. कायदे से उस मंजर देखकर कहा जा सकता है कि मर चुकी इंसानियत का एक हिस्सा अब भी जिंदा है. उस लम्हे में एक मां थी जो अपने जवान बेटे को खो चुकी है और एक भाई था. वो भाई जिसकी बहन ने उस मां की गोद सूनी कर दी. यानि एक फ्रेम में वो मां भी थी, जिसके बेटे का कत्ल हुआ और वो भाई भी जिसकी बहन ने कत्ल किया है. ये लम्हा इसलिए सबसे जुदा और खास था, क्योंकि इसमें दोनों ही एक दूसरे के गले लगकर जारो-कतार रो रहे थे.

सलाम है इस भाई के जज्बे को और उसकी हिम्मत को. ये जानते हुए भी कि जिस सोनम का वो भाई है, जिस सोनम ने अपने हाथों से अपना सुहाग और इस घर का चराग बुझाया, जो पूरा घर सोनम और सोनम के परिवार वालों को नफरत और गुस्से की निगाहों से देख रहा है. सोनम का वही भाई खुद चलकर राजा रघुवंशी के घर जाता है. राजा की मां से मिलता है और फिर कैमरे की तरफ देखकर कहता है कि वो खुद अपनी बहन यानी सोनम को सजा दिलवाएगा.

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9 जून को सोनम का भाई गोविंद खुद राजा रघवुंशी के घर पहुंचा था. 8 जून तक जिस सोनम की तलाश में खुद राजा का परिवार और रिश्तेदार दिन रात एक किए हुए थे, जिसके जिंदा और सुरक्षित लौट आने के लिए दुआए मांग रहे थे, जैसे ही उन्हें सोनम की सच्चाई पता चली उसकी तस्वीरें फाड़कर उसे आग लगा दी. राजा के घरवालों की सोनम को लेकर इस नफरत और गुस्से को जानते हुए भी सोनम का भाई गोविंद बुधवार सुबह अपनी बहन के ससुराल पहुंचता है. उनसे माफी मांगता है और फिर राजा की मां के गले मिलकर खूब रोता है. 

राजा के घरवालों और भाइयों को भी इस बात का अहसास है कि गोविंद एक अच्छा भाई है. जिसे अपनी बहन की साजिश के बारे में कुछ पता नहीं था. ये वही गोविंद था जो राजा के भाई के साथ मिलकर राजा और सोनम की तलाश में मेघालय में भटकता रहा था. ये वही गोविंद था, जिसे 9 जून की रात 2 बजे सोनम ने खुद के जिंदा होने की बात बताने के लिए फोन किया था.

सोचिए इस भाई पर क्या गुजर रही होगी जब वो अपनी बहन के गुनाहों का बोझ उठाए उस घर में दाखिल हुआ होगा. बिना किसी जुर्म के खुद किसी मुजरिम सा महसूस कर रहा होगा. और उधर इसकी वो बहन सोनम है जिसने राजा के नाम का सिंदूर मांग में भरने से पहले ही उस सिंदूर को अपने हाथों से उजाड़ देने का फैसला कर चुकी थी. सोनम शादी से पहले ही ये तय कर चुकी थी कि किसी भी कीमत पर राजा को मारना ही है. राजा के कत्ल के लिए सोनम ने जो साजिश रची थी उस साजिश का पूरा खुलासा उसके प्रेमी राज कुशवाहा और तीनों सुपारी किलर ने इंदौर पुलिस के सामने कर दिया है. 

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खूनी साजिश की पूरी कहानी
राजा रघुवंशी से शादी करने के बाद सोनम इस तरह राजा को मारना चाहती थी कि उसकी मौत एक हादसा लगे. इसे लेकर उसने राज कुशवाहा के साथ लंबी प्लानिंग की गूगल पर तरीके ढूंढे. अलग अलग जगहों के बारे में पढ़ा और फिर सोनम और राज ने ये तय किया कि राजा रघुवंशी का वो कत्ल नहीं करेंगे बल्कि उसे एक सेल्फी मौत देंगे और इसी सेल्फी मौत के लिए सोनम ने गूगल के जरिए मेघालय के बारे में जानकारी इकट्ठा की. सोनम को पता चला कि मेघालय के चेरापूंजी में हमेशा बारिश होती है. वहां जंगल पहाड़ और गहरी गहरी खाई हैं. साजिश को पूरी करने के लिए आखिरकार उसने मेघालय को फाइनल किया. प्लान ये था कि चेरापूंजी जाने के बाद घूमने के दौरान किसी गहरी खाई के किनारे वो राजा रघुवंशी के साथ सेल्फी लेगी. और इसी सेल्फी के लेने के दौरान मौका मिलते ही वो राजा को खाई में धक्का दे देगी. सेल्फी लेते हुए देशभर में कई हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है. खाई में गिरकर राजा की मौत को भी एक हादसा ही माना जाता.

पर अगर खाई में गिरकर भी राजा बच गया तो क्या होगा? इसके लिए सोनम और राज ने प्लान बी तैयार किया. प्लान बी ये था कि तीन सुपारी किलर किसी सुनसान जगह पर राजा को तेजधार हथियार से मार डालेंगे. इसी प्लान के फाइनल होने के बाद सोनम और राजा 21 मई को मेघालय पहुंचते हैं. राजा की मौत की पहली तारीख 22 मई तय की गई थी. मेघालय में ही मौजूद तीनों सुपारी किलर को इसकी जानकारी दी जा चुकी थी. पर पहली कोशिश सोनम को करनी थी. 

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प्लान के तहत 22 मई की दोपहर सोनम और राजा स्कूटी पर चेरापूंजी के अलग अलग इलाकों में घूमने के लिए निकल पड़े. सुपारी किलर लगातार दोनों का पीछा कर रहे थे. फिर एक जगह सोनम को एक सेल्फी प्वाॉइंट दिख ही गया. वहां सन्नाटा भी था. बस अब सेल्फी लेने के दौरान सोनम को राजा को हल्का सा धक्का देना था. पीछे खाई थी. लेकिन राजा की किस्मत अच्छी थी. 22 मई की दोपहर जिस जगह सोनम को सेल्फी वाली सजिश पूरी करनी थी, वहां तेज बारिश हो रही थी. आसमान में काले बादल मंडरा रहे थे. विजिबिलिटी बहुत कम थी. ऐसे अधेरे में अच्छी तस्वीर नहीं आती. उस पर से बारिश की वजह से मोबाइल भी खराब हो सकता था. इसी बारिश के चलते राजा सोनम के साथ बिना सेल्फी लिए वापस लौट गया. और इस तरह 22 मई को राजा के मौत की पहली कोशिश नाकाम हो गई.

राजा दो दिन बाद मेघालय से वापस इंदौर जाना चाहता था. ये बात फोन पर उसने अपनी मां को भी बताई थी. सोनम को भी ये पता था कि राजा वापस घर लौटना चाहता है. शायद 24 मई को वो मेघालय से लौट भी जाता. यानि 22 मई को पहली कोशिश नाकाम होने के बाद अब सोनम के पास राजा को मारने के लिए सिर्फ एक दिन यानि 23 मई की तारीख ही बची थी. 

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23 मई की दोपहर ट्रेकिंग के लिए फिर प्लान के तहत सोनम उसे सुनसान जगह पर ले जाती है. एक ऐसी जगह जहां तक पहुंचने के लिए तीन हजार स्टेप चढ़ना और उतरना होता है. मगर उस जगह पर कोई ऐसी खाई नहीं थी जहां राजा को धक्का दिया जा सकता था. सुपारी किलर राजा से दोस्ती कर साथ साथ थे. सोनम के पास राजा को मारने का ये आखिरी मौका था. इसीलिए उसने सेल्फी मौत देने के बजाय सीधे सुपारी किलर को राजा को मार देने का इशारा किया. जिसके बाद सुपारी किलर ने तेज धार हथियार से राजा को मार डाला.

अब सवाल ये है कि सोनम राजा की मौत को हादसा क्यों दिखाना चाहती थी. तो साजिश का दूसरा पहलू यही था. असल में सोनम और राज ने मिलकर जो प्लान बनाया था वो ये था कि हनीमून के दौरान अगर फिसल कर सेल्फी लेने के दौरान राजा किसी खाई में गिर जाता है और उसकी मौत हो जाती है तो कोई भी सोनम पर शक नहीं करेगा. हर कोई इसे हादसा ही मानेगा. इसके बाद सोनम कुछ वक्त तक एक विधवा का किरदार निभाएगी. फिर मौका देखते ही घरवालों के आगे राज के साथ दूसरी शादी का जिक्र छेड़ देगी. एक जवान बेटी के विधवा होने के बाद तब शायद सोनम के घरवाले भी इस बात के लिए राजी हो जाते. लेकिन सोनम और राज की सारी साजिश पहले ही खुल गई. और अब ये दोनों तीनों सुपारी किलर के साथ मेघालय पुलिस के कब्जे में हैं.

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इस बीच इंदौर और गाजीपुर से अलग अलग पांचो आरोपियों को मेघालय ले जाया गया है. जहां बुधवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया. मेघालय पुलिस ने पांचों की पुलिस कस्टडी मांगते हुए अदालत को ये बताया है कि उसके पास राजा रघुवंशी के कत्ल में इन पांचों के शामिल होने के तमाम पुख्ता सबूत मौजूद हैं. बाद में अदालत ने सोनम और राज समेत बाकी तीनों सुपारी किलर को भी पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

मेघालय पुलिस ने एक बार फिर दोहराया है कि राजा के कत्ल में शामिल पांचों आरोपियों के खिलाफ टेक्निकल, फॉरेंसिक, सर्कमस्टांशियल एविडेंस समेत ऐसे सारे सबूत मौजूद हैं जो उन्हें अदालत में गुनहगार ठहराएंगे. फिलहाल पांचों आरोपियों से मेघालय पुलिस की पूछताछ शुरु हो चुकी है. जिस तेजधार हथियार से राजा का कत्ल हुआ था वो हथियार भी मेघालय पुलिस पहले ही बरामद कर चुकी है. इंदौर से गुवाहाटी और गुवाहाटी से मेघालय पहुंचने के सोनम और तीनों सुपारी किलर के सबूत भी पुलिस के पास हैं. बाकी जो कड़ियां बची हुई हैं उम्मीद है पांचो की पुलिस हिरासत खत्म होने से पहले वो भी जुड़ जाएंगी.

कुल मिलाकर कहा जाए तो मेघालय पुलिस ने राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी को पूरी तरह खोल दिया है. सभी 5 आरोपियों को 8 दिन की पुलिस कस्टडी में लिया गया है. पहले दिन की पूछताछ के बाद पूर्वी खासी हिल्स एसपी विवेक स्येम ने सनसनीखेज खुलासे किए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी ने बताया कि राज कुशवाह इस हत्या का मास्टरमाइंड है, जबकि सोनम उसकी पार्टनर थी. सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. यह हत्या प्रेम प्रसंग और पारिवारिक दबाव का नतीजा थी, जिसमें कोई सुपारी नहीं दी गई, बल्कि दोस्ती के नाम पर तीन अन्य आरोपियों ने हत्या में साथ दिया.

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SP विवेक स्येम ने खुलासा किया कि राज कुशवाह ने सोनम की शादी से 11 दिन पहले यानी मई 2025 की शुरुआत में राजा की हत्या की साजिश रचनी शुरू की थी. फरवरी 2025 में ही राज और सोनम ने मिलकर दो वैकल्पिक योजनाएं बनाई थीं. पहली योजना में सोनम को अचानक गायब होना था, ताकि लगे कि वह नदी में बह गई. दूसरी योजना में किसी और की हत्या कर उसकी लाश को सोनम की स्कूटी पर रखकर आग लगानी थी, ताकि लगे कि सोनम मारी गई. हालांकि, ये दोनों योजनाएं कामयाब नहीं हुईं और सोनम को पारिवारिक दबाव में 11 मई को इंदौर के राजा से अरैंज मैरिज करनी पड़ी. 

शिलांग के पुलिस कप्तान ने बताया कि सोनम और राज कुशवाह का प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन सोनम के परिवार को इसकी जानकारी थी या नहीं, यह अभी जांच का विषय है. सोनम के पास शायद हत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था, क्योंकि वह राजा से शादी नहीं करना चाहती थी.

(इंदौर से धर्मेंद्र शर्मा और रवीशपाल सिंह के साथ शिलांग से अरविंद ओझा का इनपुट)

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