इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल का छठा सीजन बस खत्म होने वाला है. 26 मई को फाइनल मैच है. मगर इंडियन अंडरवर्ल्ड लीग का असली मुकाबला अब शुरू होने जा रहा है. 22 गज की पिच पर बिखरे 40 हजार करोड़ रुपये की खातिर हिंदुस्तानी अंडरवर्ल्ड की दो सबसे खूंखार टीमें डी-कंपनी और छोटा राजन अब खुल कर आमने-सामने आ गईं हैं. आईपीएल में मौजूदा फिक्सिंग के लिए दोनों खुद का दामन पाक-साफ बताते हुए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
निगाह में आईपीएल के मुकाबले और नजर में 40 हजार करोड़ का सट्टा. जाहिर तौर पर हिंदुस्तान के दो सबसे खूनी खूंखार गैंग इस रकम पर अब तक का सबसे बड़ा दाव खेल रहे हैं. एक तरफ इंडियाज मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहीम की डी कंपनी है तो दूसरी तरफ छोटा राजन का खौफनाक गैंग और इनके बीच है 22 गज की वो पिच जहां अब हर गेंद पर करोड़ों का दांव है तो दोनों छोर पर पर इन दो जानी दुश्मनों के बुकीज हैं.
राजस्थान रॉयल्स के स्टार खिलाड़ी श्रीशांत के पुलिस गिरफ्त में आते ही जब फिक्सिंग का सबसे बड़ा खुलासा हुआ तो उंगली सीधे दाऊद इब्राहीम की डी कंपनी पर उठी. पुलिस जांच के मुताबिक दाऊद के भाई अनीस इब्राहीम की शह पर ही सारा खेल रचा गया. अनीस और शकील मिल कर ही दाऊद की डी-कंपनी कराची से चलाते हैं, लेकिन आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में छोटा शकील ने फिक्सिंग का इलजाम अपने जानी दुश्मन छोटा राजन के पर मढ़ दिया.
सच तो यह है कि छोटा शकील का यह इलजाम एक बार फिर से गैंगवार की शुरुआत है, जो इस बार ड्रग्स और रीयल एस्टेट की जगह क्रिकेट की पिच पर हो रही है. पर छोटा शकील का यह बयान जैसे ही आजतक पर आया छोटा राजन के गिरोह में हड़कंप मच गया. कुछ ही देर में छोटा राजन की तरफ से जवाब आया कि डी कंपनी अपने ऊपर लगी तोहमतों से बचने के लिए फिक्सिंग का इलजाम दूसरों पर लगा रही है. राजन का कहना है कि छोटा शकील पुलिस को गुमराह कर रहा है. फिक्सिंग के पीछे छोटा राजन का कोई लेना-देना नहीं है, फिक्सिंग की साजिश दाऊद के भाई अनीस इब्राहीम ने रची है.
दो जानी दुश्मन जब एक साथ एक-दूसरे के खिलाफ सामने आकर बोलें तो यह भी मामूली बात नहीं है. इशारा साफ है कि दोनों में यह गैंगवार की एक नई शुरुआत है. बस फर्क ये है हिंदुस्तान के दो सबसे खूंखार गैंग ने गैंगवार के लिए पहली बार क्रिकेट के पिच को चुना है, क्योंकि उस पिच पर बिछा है 40 हजार करोड़ रुपये, जिस पर दोनों की नजरें गड़ी हैं.
दरअसल क्रिकेट बेटिंग को लेकर दाऊद और राजन के सिंडिकेट बरसों से वर्चस्व का खूनी खेल खेल रहे हैं और इस खूनी खेल का आगाज सन 2000 में हुआ. जब शरद शेट्टी को दुबई में गोलियों से भून दिया गया. बेटिंग के गॉडफादर शरद शेटटी को छोटा राजन के शूटरों ने दुबई के इंडिया क्लब में मौत के घाट उतार कर दक्षिण एशिया में क्किकेट सट्टे का एक छत्र राज कायम कर लिया. शरद शेट्टी के कत्ल के बाद राजन की तरफ से विनोद चेंबूर क्रिकेट बेटिंग का बेताज बादशाह बन गया. लेकिन छोटा राजन का राज ज्यादा दिन नही लिखा था कुछ ही दिनों में डी कंपनी ने एक बड़ी साजिश के तहत बैंकाक में छोटा राजन पर पलटवार किया और एक सनसनीखेज शूटआउट को अंजाम दिया जिसमे राजन तो बाल-बाल बच निकला पर उसके गुर्गे ढेर हो गए.
इस शूटआउट के बाद राजन ने खास इंटरव्यू में डी कंपनी से इंतेकाम लेने का ऐलान किया.
राजन और दाऊद के बीच जो जंग की आग बरसों से लगी है उसमें अब घी का काम किया है फिक्सिंग की इस नई फांस ने, वजह सिर्फ गैंगवार नहीं बल्कि 40 हजार करोड़ रुपये के क्रिकेट का सट्टा है.