बलिया गोलीकांड में फरार मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी इतनी आसानी से नहीं हुई है. दरअसल, धीरेंद्र घटना के बाद से ही फरार होकर सरेंडर करने की फिराक में था. उसके लिए उसने कुछ करीबी नेताओं और पुलिसवालों से संपर्क भी किया था. उन्हीं की सलाह पर धीरेंद्र वकीलों के जरिये सरेंडर करना चाह रहा था. सरेंडर का पूरा प्लान बन चुका था, लेकिन ऐन मौके पर एसटीएफ ने उसे धर दबोचा.
इससे पहले, धीरेंद्र ने प्लानिंग के तहत अपनी बेगुनाही का बयान देते हुए एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने बताया कि हत्या उसने नहीं की है. बहरहाल, बलिया से फरार होने के बाद वो लखनऊ आ गया था ताकि वह सुविधाजनक तरीके से सरेंडर कर सके. लेकिन सरकार की लगातार किरकिरी हो रही था. इसके चलते उसका सरेंडर का प्लान पूरा नहीं हो सका.
लिहाजा, पहले से ही एसटीएफ के सर्विलांस पर चल रहा धीरेंद्र सिंह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. जब धीरेंद्र को पुलिस ने लखनऊ के पॉलिटेक्निक इलाके में पकड़ा तो उसके साथ कोई नहीं था. उसने गिरफ्तारी का कोई विरोध भी नहीं किया और न ही पुलिस ने किसी तरह बल का प्रयोग किया.
धीरेंद्र सिंह लखनऊ में गाजीपुर थाना क्षेत्र के पॉलिटेक्निक इलाके से गिरफ्तार हुआ था. हालांकि शुरू में जो पुलिस सूत्रों ने खबर दी उसके मुताबिक उसकी गिरफ्तारी लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क की जगह बताई गई. जानकारी के मुताबिक धीरेंद्र बिहार से लखनऊ आ रही बस में सवार था और ह्यूमन इंटेलिजेंस यानी सिर्फ मानवीय खुफिया तंत्र के आधार पर इसकी गिरफ्तारी हुई है.
एसटीएफ के मुताबिक इसकी पहली लोकेशन बिहार में मिली थी. इसके पास न तो मोबाइल था न ही कोई असलहा था. धीरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी का न तो कोई विरोध हुआ और न ही बल प्रयोग करना पड़ा. एसटीएफ के मुताबिक वह अपने किसी विश्वास पात्र के घर जाना चाहता था, जहां वह कुछ दिन गुजार सके लेकिन इसी बीच वह गिरफ्तार हो गया.
STF कर रही पूछताछ
समाचार एजेंसी एएनआई ने यूपी एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश के हवाले से बताया कि धीरेंद्र सिंह और उसके साथियों संतोष यादव और अमरजीत यादव को आज लखनऊ से गिरफ्तार किया गया. तीनों से एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ की जा रही है. धीरेंद्र के साथियों के पास से हथियार भी बरामद किए हैं. घटना के समय इस्तेमाल किए गए हथियारों पर एसटीएफ अधिक जानकारी जुटा रही है.
फिलहाल, सू्त्रों का कहना है कि पूछताछ और कुछ औपचारिकताएं पूरी करने के बाद एसटीएफ धीरेंद्र सिंह को बलिया पुलिस को हैंडओवर कर देगी. धीरेंद्र सिंह के अलावा दो अन्य आरोपी संतोष यादव और अमरजीत यादव को गिरफ्तार किया गया है. दोनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था.