अंडरवरल्ड डॉन और इंडियाज मोस्ट वॉटेंड दाऊद इब्राहीम डर के मारे अपना घर छोड़ कर भाग गया है. जी हां, महीने भर के अंदर अब्दुल करीम टुंडा और यासीन भटकल की गिरफ्तारी ने दाऊद को इतना डरा दिया कि उसने कराची का अपना घर ही छोड़ दिया. उसे डर है कि कहीं अगला नंबर उसी का ना हो. और बस इसी डर की वजह से आईएसआई ने दाऊद को उसके घर से निकाल कर एक नए सेफ हाउस में पहुंचा दिया है. लेकिन आजतक ने दाऊद के इस नए घर का भी पता ढूंढ निकाला है.
कोठी नम्बर- सी-38
ब्लाक-2
हाकिम अलवी रोड
नज़दीक अबदुल्ला शाह गाज़ी मज़ार
क्लिफ़्टन
कराची
ये पता सबूत है उस डर का जिसने इंडियाज़ मोस्ट वॉंटेड दाऊद इब्राहीम को डरा दिया है. जी हां, दाऊद इब्राहीम पहली बार डर गया है. दाऊद इब्राहीम को पहली बार डर लग रहा है. डर इस बात का कि कहीं सचमुच अगला नंबर उसी का तो नहीं? कहीं कराची में अब उसका दाना-पानी खत्म तो नहीं होने वाला? कहीं अब्दुल करीम टुंडा और यासीन भटकल के बाद हिंदुस्तान लाया जाने वाला अगला इंडियाज मोस्ट वॉंटेड वो खुद तो नहीं?
और बस इसी डर ने दाऊद को इतना डरा दिया कि भारतीय एजेंसियों से बचने के लिए उसने आनन-फानन में अपना ठिकाना ही बदल लिया. टुंडा और भटकल की गिरफ्तारी ने दाऊद को इतना हिला दिया है कि उसे खुद कराची का किलानुमा अपना घर तक अब महफूज़ नहीं लगता. लिहाज़ा दाऊद ने एक बार फिर अपना घर बदल दिया है. और हमेशा की तरह इस बार भी उसे सेफ हाउस मुहैया कराया है उसी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जिसकी मेहरबानी से वो आज तक पाकिस्तान में टिका बैठा है.
आजतक के हाथ लगा दाऊद का नया पता
आजतक को मिली पुख्ता जानकरी के मुताबिक टुंडा और भटकल की गिरफ्तारी के फौरन बाद से ही आईएसआई सक्रिय हो गई थी. उसे पता था कि दोनों कराची में दाऊद के ठिकानों से वाकिफ हैं और वो सब कुछ भारतीय एजेंसियों के सामने सबूत के साथ उगल चुके हैं. ऐसे में दाऊद की कराची में मौजूदी के सबूत से पाकिस्तानी हुक्मरान शर्मिदगी के दलदल में धंस सकते थे. क्योंकि वो शुरू से ही ये कहते आ रहे हैं कि दाऊद कराची क्या पाकिस्तान में ही नहीं है.
लिहाज़ा इसी के बाद आईएसआई और डी-कंपनी के बीच एक हाईलेवल मीटिंग में ये तय हुआ कि दाऊद का पता-ठिकाना बदलना ज़रूरी है. और फिर आनन-फानन में दाऊद का पता बदल दिया गया. लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद दाऊद का ये नया पता भी आजतक के हाथ लग ही गया.
अब्दुल करीम टुंडा और यासीन भटकल की गिऱफ्तारी से पहले दाऊद का कराची में पता था-
57 व्हाइट हाउस
क्लिफ़टन
कराची
पर अब दाऊद का पता एक बार फिर बदल गया है. दाऊद का ये नया ठिकाना कई देशों के दूतावास के दफ्तरों से घिरा हुआ है. यानी ये पहले से ही अति -सुरक्षित इलाका है. दाऊद के इस नए घर के पड़ोस में इंडोनेशिया, चीन, और इंग्लैंड के दूतावास के दफ्तर हैं. जबकि दाऊद के नए घर के दाईं तरफ रूसी दूतावास का दफ्तर है. सूत्रों के मुताबिक इनमें सबसे ज्यादा सुरक्षा गार्ड रूसी दूतावास के दफ्तर के बाहर ही तैनात किए गए हैं.
दरअसल ऐसा लोगों को गुमराह करने के लिए किया गया है. लोगों को लगेगा कि सुरक्षा गार्ड रूसी दूतावास की सुरक्षा के लिए हैं. जबकि
हकीकत ये है कि ये तमाम गार्ड दाऊद की सिक्यूरिटी के लिए रखे गए हैं. यहां आने वाले किसी भी अनजान शख्स को सिक्यूरिटी गार्ड यह कह कर अंद्रर जाने से रोक देते हैं कि अंदर कोई नहीं रहता. जबकि सच्चाई ये है कि अंदर सिर्फ उसी के एंट्री होती है जिसे आईएसआई का कोई बड़ा अफसर या खुद दाऊद अंदर आने की इजाजत नहीं देता.
अति -सुरक्षित इलाके में है दाऊद का नया ठिकाना
व्हाइट हाउस की तरह ही ये नया घर भी ऊंची-ऊंची चारदीवारी से घिरा हुआ है. यानी बाहर से अंदर का मंज़र कोई नहीं देख सकता. दाऊद के इस नए घर के पीछे एक पार्क है. जहां दाऊद अकसर शाम को सैर करते देखा गया है. पर सैर के वक्त भी उसके साथ सदी वर्दी में तीन-चार कमांडो साथ चलते हैं.
दाऊद के इस नए घर के पड़ोस में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता शेरी रहमान रहती हैं. उनके घर का पता है कोठी नम्बर-49 राज एरा हाउस. पाकिस्तानी खुफिया एजेसी आईएसआई का सिंध मुख्यालय भी दाऊद के घर के बराबर में है.
सूत्रों के मुताबिक दाउद के इस सेफ हाउस में ज्यादातर गाड़ियों की मुवमेंट रात को होती है. अकसर लाल बत्ती वाली गाड़ियां भी घर के अंदर जाती देखी गई हैं. सूत्रो का कहना है कि कुछ महीने पहले दाऊद ने 5 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन ग्वादर में खरीदी है. दाऊद ने कराची में हाल ही में वीआईपी रीयल एस्टेट नाम से एक नई कंपनी भी खोली है. जिसमें दाउद के ही लोग प्रोपर्टी का काम करते है. हाल ही में दाउद का कराची के पार्टनरों के साथ पैसों को लेकर झगड़ा हो गया था. कहते हैं कि बाद में आईएसआई के अफसरों ने बीच में पड़ कर मामला रफादफा कराया. अब इस कंमनी पर सिर्फ दाऊद के परिवार का ही कब्जा है.