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दुनिया की 82% कोरोना वैक्सीन अमीर देशों के पास, गरीब मुल्कों को सिर्फ 0.3% डोज मिलीः WHO

दुनिया भर में कोरोना संक्रमण को काबू पाने का अभी एकमात्र तरीका वैक्सीन ही है. लेकिन गरीब देशों तक इसकी पहुंच ना के बराबर है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख का कहना है कि गरीब देशों को अब तक 0.3% डोज ही मिली है.

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WHO प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रेसस (फाइल फोटो-PTI)
WHO प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रेसस (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • वैक्सीन की पहुंच पर WHO ने चिंता जाहिर की
  • कहा, टीकों तक पहुंच महामारी में सबसे चुनौतीपूर्ण

कोरोना महामारी को काबू में करने का अभी एकमात्र तरीका यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जाए. लेकिन महामारी के इस दौर में वैक्सीन पर अमीर देशों का कब्जा हो गया है. जबकि गरीब देशों के हाथ में ना के बराबर वैक्सीन आई है. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रेसस ने वैक्सीन की पहुंच को लेकर चिंता जाहिर की है. उनका कहना है कि दुनिया की 0.3% कोरोना वैक्सीन ही गरीब देशों तक पहुंच पाई है, जबकि अमीर देशों के पास 82% वैक्सीन है.

एक कार्यक्रम में डॉ. गेब्रेसेस ने कहा कि दुनियाभर में अभी तक 1 अरब से ज्यादा कोरोना वैक्सीन के डोज हैं. इनमें से 82% डोज अमीर और अपर मिडिल इनकम देशों के पास है. WHO प्रमुख ने कहा कि गरीब देशों तक अब तक 0.3% डोज ही पहुंच चुके हैं.

उन्होंने कहा, "यही सच्चाई है. महामारी के दौर में वैक्सीन सब तक पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती है. क्योंकि यही राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक स्थिरता की नींव है." 

वहीं, दुनिया में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है. worldometer के मुताबिक, अब तक दुनियाभर में कोरोना के 15 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. जबकि 31 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. ऐसे में कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए वैक्सीन ही एकमात्र हथियार है.

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