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रूस: कोरोना के कारण टला SCO और ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन

कोरोना वायरस के कारण दुनिया में होने वाले कई कार्यक्रम टल रहे हैं. अब रूस ने भी SCO और ब्रिक्स समिट के सम्मेलन के आयोजन को टाल दिया है.

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रूस में होने वाला ब्रिक्स कार्यक्रम टला
रूस में होने वाला ब्रिक्स कार्यक्रम टला
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रूस में ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन टला
  • SCO सम्मेलन को भी इस साल टाला गया
  • कोरोना वायरस की वजह से फैसला

रूस में इस साल जुलाई में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) और ब्रिक्स समूह के शिखर सम्मेलन को कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित किया जाएगा. रूस में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़े हैं और सख्त तौर पर लॉकडाउन लागू किया गया है. 
बुधवार को सरकार की ओर से कहा गया, "कोरोना वायरस महामारी और संबंधित प्रतिबंधों को देखते हुए, रूस की 2019-2020 SCO की अध्यक्षता और इसकी 2020 ब्रिक्स की अध्यक्षता के लिए तैयारी करने और उसे संभालने के लिए जिम्मेदार आयोजन समिति ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और एससीओ परिषद के प्रमुखों की बैठक को स्थगित करने का फैसला किया है.’’

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ये सम्मेलन 21-23 जुलाई को सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित होने वाला था. शिखर सम्मेलन की नई तारीखें सदस्य देशों और दुनिया में महामारी की स्थिति के आधार पर निर्धारित की जाएंगी.
अगर रूस में कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो यहां अबतक 3 लाख 80 हजार तक मामले पहुंच गए हैं. जबकि कुल मौतों का आंकड़ा 4100 के पार चला गया है. दुनिया में कोरोना वायरस की वजह से अबतक कई बड़े कार्यक्रम रद्द हो गए हैं, फिर चाहे वो खेल का कोई आयोजन हो या फिर किसी तरह का राजनीतिक कार्यक्रम. 

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कौन हैं SCO और ब्रिक्स के सदस्य?
आपको बता दें कि ब्रिक्स के सदस्य देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं. वहीं अगर SCO की बात करें तो 2001 में स्थापित शंघाई सहयोग संगठन चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान को एकजुट करता है.
अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया एससीओ पर्यवेक्षक हैं, जबकि अजरबैजान, आर्मेनिया, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और तुर्की संवाद सहयोगी हैं.

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