
भले ही कोरोना वैक्सीन अभी देश में आम इस्तेमाल के लिए नहीं आई है लेकिन ठग वैक्सीन के नाम पर लोगों को चुना लगाकर रुपए कमाने की तैयारी में जुट गए हैं. जालसाजों की इस हरकत के बाद सायबर सेल अलर्ट हो गई है.
दुनिया भर में कोहराम मचा चुके कोरोना के बाद अब इसकी वैक्सीन का बेसब्री से इंतज़ार हो रहा है. हर कोई चाहता है कि कोरोना की वैक्सीन बाजार में आते ही जल्दी से जल्दी उसका टीका लगवा लिया जाए. लोगों की इसी बेसब्री का फायदा अब जालसाज उठाने में जुट गए हैं. साइबर ठगों ने कोरोना वैक्सीन बुक कराने के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिशें शुरू कर दी हैं. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सायबर सेल में पिछले कुछ दिनों में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसके बाद सायबर सेल हरकत में आ गई है.
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दरअसल पूरे मामले का खुलासा हुआ भोपाल सायबर सेल के पास आई शिकायतों से हुआ है. भोपाल में साइबर सेल को ऐसी करीब 6 शिकायतें मिलीं, जिनमें कोरोना वैक्सीन की एडवांस बुकिंग करवाने के लिए लोगों से बोला जा रहा है और उनसे बकायदा इसके एवज में पैसों की मांग की जा रही है. इसके लिए ठग पहले खातों की जानकारी ले रहे हैं और फिर ओटीपी मांगकर लोगों के पैसे उड़ा ले जा रहे हैं. सायबर सेल के पास अपना नाम सर्वजनिक ना करने की मांग के साथ एक युवक ने शिकायत की है लेकिन एफआईआर दर्ज करवाने से मना कर दिया है. इसके बाद सायबर सेल ने स्वतः संज्ञान लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.

सायबर सेल, भोपाल के एएसपी रजत सकलेचा ने 'आजतक' से बात करते हुए बताया कि 'लोगों के पास जो कॉल्स आ रही हैं उनमें उन्हें डराया जा रहा है कि कोरोना की वैक्सीन जब आएगी तो मांग और आपूर्ति में अंतर की वजह से मार्केट में उसकी कमी हो जाएगी और इसके कारण कोरोना वैक्सीन के दाम बढ़ जाएंगे. इसलिए वैक्सीन के लिए आप फ्री रजिस्ट्रेशन करवाएं जिससे कि आपको वैक्सीन पहले मिल जाएगी और आपको परेशान नहीं होना पड़ेगा. एएसपी रजत सकलेचा के मुताबिक ठग कोरोना वैक्सीन के फ्री रजिस्ट्रेशन के लिए फोन कर सामने वाले शख्स से उसके बैंक की जानकारी और उनके फोन पर ओटीपी भेज उसका नंबर मांग रहे हैं.
रजत सकलेचा के मुताबिक भोपाल में जो युवक साइबर सेल में शिकायत करने आया था वह जागरूक था इसलिए ठगी का शिकार होने से बच गया. साइबर सेल एएसपी रजत सकलेचा ने बताया कि 'युवक ने मामले में एफआईआर करवाने से मना कर दिया था क्योंकि वह नहीं चाहता था कि उसकी पहचान सार्वजनिक हो, लेकिन शिकायत के आधार पर जब फोन नंबर की जांच की गई तो मालूम हुआ कि ज्यादातर कॉल्स झारखंड के जामताड़ा से रही हैं.
भोपाल में ऐसे मामले सामने आने के बाद सायबर सेल ने बाकायदा लोगों के लिए एडवायज़री जारी की है.

साइबर ठगों के द्वारा जन सामान्य को फोन के माध्यम से कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण हेतु रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए व्यक्तिगत जानकारियां मांगी जा रही है. आधार कार्ड का नंबर वेरीफाई करने के लिए आपके मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी नंबर को मांगा जाता है. आपके द्वारा दी गई जानकारी से आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं. अतः आप सबसे निवेदन है की कोरोना वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर आ रहे फोन कॉल का विश्वास ना करें और नीचे दी गई बातों का ध्यान रखें
- किसी अंजान व्यक्ति से निजी और गोपनीय जानकारी जैसे बैंक एकाउंट, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड संबधी जानकारी साझा न करें.
- मोबाइल पर आए किसी भी प्रकार के ओटीपी को किसी से शेयर ना करें.
- कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का वादा करने वाले किसी भी प्रकार की एप को डाउनलोड ना करें.
- कोरोना वैक्सीन के संबंध में फोन के माध्यम से या अन्य किसी भी प्रकार का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा रहा है.