भारतीय शेयर बाजार (Share Market) बेदम नजर आ रहा है. पिछले कुछ दिनों से बाजार खुलते ही ऊपर जाने की कोशिश करता है, लेकिन ऊपरी स्तरों पर बिकवाली इस कदर हावी हो जाता है कि कारोबार के अंत तक बाजार फिर से लाल निशान में पहुंच जाता है.
दरअसल, कारोबारी हफ्ते के पहले दिन सोमवार को सेंसेक्स (Sensex) ट्रेडिंग के दौरान 80,102.14 अंक तक गया. लेकिन कारोबार के अंत में सेंसेक्स मामूली 9.83 अंक बढ़कर 79,496.15 अंक पर बंद हुआ, यानी ऊपर स्तर से सेंसेक्स करीब 600 अंक गिरकर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 6.9 अंक गिरकर 24141 पर बंद हुआ, जबकि ट्रेडिंग के दौरान निफ्टी 24336 अंक तक गया.
ऐसे में सोमवार को भी बाजार में बिकवाली हावी रहा, सेंसेक्स ऑलटाइम हाई से करीब 6500 अंक नीचे है, जबकि निफ्टी करीब 2100 अंक नीचे है. आज की गिरावट में सबसे ज्यादा रोल FMCG कंपनियों का रहा. एशियन पेंट्स, ब्रिटानिया, अपोलो हॉस्पिटल के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई.
गिरने वाले शेयरों की लिस्ट:
- एशियन पेंट्स (Asian Paints) के शेयर 8.18% गिरकर 2542 रुपये पर बंद हुआ.
- ब्रिटानिया (Britannia) के शेयर 5.62% गिरकर 5425 रुपये पर बंद हुआ.
- अपोलो अस्पताल (Applo Hospital) के शेयर 3.37 फीसदी गिरकर 7171 रुपये पर बंद हुआ.
- टाटा एलेक्सी (Tata Elxsi) के शेयर 6.09 फीसदी गिरकर 6529 रुपये पर बंद हुआ.
- UPL के शेयर 7.62 फीसदी टूटकर 515 रुपये पर बंद हुआ.
- MapmyIndia के शेयर 8.06 फीसदी टूटकर 1890 रुपये पर बंद हुआ.
हालांकि इस दबाव में भी कुछ शेयरों में जोरदार तेजी देखी गई. इस कड़ी में पहला नाम ITI कंपनी का आता है, ये शेयर करीब 8 फीसदी चढ़कर 327 रुपये पर बंद हुआ. वहीं Biocon के शेयरों में 8.59 फीसदी की तेजी देखी गई. पावर ग्रिड के शेयर में 4.22 फीसदी तेजी देखी गई. जबकि टाटा ग्रुप की कंपनी Trent में 2.82 फीसदी की तेजी रही.
जहां तक शेयर बाजार में गिरावट की बात है तो इसके दो बड़े कारण हैं...
1. FII की बिकवाली: पिछले करीब 2 महीने से विदेशी निवेशक लगातार भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे हैं. दरअसल, महंगे वैल्यूवेशन चलते विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में पैसे निकालकर चाइनीज मार्केट में पैसे लगा रहे हैं. अक्टूबर महीने में ही विदेशी निवेशक 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा निकाल चुके हैं. जबकि इस महीने अबतक 20 हजार करोड़ से ज्यादा विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसे निकाल चुके हैं.
2. दूसरी तिमाही में कमजोर नतीजे: बड़े कारणों में दूसरी तिमाही के नतीजे भी हैं. लगातार बड़ी कंपनियां खराब नतीजे पेश कर रही हैं. IT कंपनियों की जोरदार पिटाई के बाद आज कंजूमर गुड्स कंपनियों की बारी थी. एशियन पेंट्स के खराब नतीजे ने भी आज बाजार का मूड बिगाड़ा. खराब नतीजे की वजह से एशियन पेंट्स के शेयर 9 फीसदी तक टूट गए. खराब अर्निंग की वजह से बाजार लगातार ऊपरी स्तरों से फिसल रहा है.