घरेलू ब्रोकरेज फर्म ICICI Securities ने गुरुवार को बताया कि डीलिस्टिंग के बाद वो अब पूरी तरह से ICICI Bank की सब्सिडियरी होगी. ICICI Securities के निवेशकों को 100 शेयरों के बदले ICICI Bank के 67 शेयर मिलेंगे. दरअसल इस मसले को लेकर आज डायरेक्टर्स की बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें डीमर्जर स्कीम को मंजूरी दी गई.
शेयर स्वैप का ये फॉर्मूला
अभी डीमर्जर को शेयरधारकों, लेनदारों, RBI, NCLT और एक्सचेंज से मंजूरी बाकी है. आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने बताया है कि शेयरहोल्डर्स को कंपनी के हर 100 शेयर पर आईसीआईसीआई बैंक के 67 इक्विटी शेयर मिलेंगे. उसके बाद ये ICICI बैंक का हिस्सा हो जाएगा.
बता दें, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में सबसे बड़ा हिस्सा ICICI Bank का ही है, 31 मार्च, 2023 तक ICICI सिक्योरिटीज में आईसीआईसीआई बैंक की 74.85 हिस्सेदारी थी. बाकी 25.15 फीसदी शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है.
अगर आपके पास आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयर हैं, तो फिर उसके बदले आपको ICICI बैंक के शेयर अलॉट होंगे, और डीमैड में ICICI बैंक के शेयर क्रेडिट होते ही आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयर कैंसल हो जाएंगे.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज पांचवां बड़ा प्लेयर
भारत में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज पांचवां सबसे बड़ा स्टॉक ब्रोकर है. ICICI सिक्योरिटीज 6.8% बाजार हिस्सेदारी के साथ मई 2023 के अंत तक एनएसई में सक्रिय ग्राहकों की संख्या 2.1 मिलियन थी.
ICICI Securities का आईपीओ साल 2018 में आया था. कंपनी ने 4000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 520 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया था. लेकिन शेयर की लिस्टिंग डिस्काउंट के साथ 431 रुपये पर हुआ था.
ICICI Bank ने एक अलग फाइलिंग में बताया है कि इस अधिग्रहण के पूरे होने में 12 से 15 महीने का समय लग सकता है. आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का शेयर बुधवार को 1.5 फीसदी की तेजी के साथ 614.30 रुपये पर बंद हुआ था. वहीं, ICICI Bank का शेयर 937.45 रुपये पर बंद हुआ था. ICICI Bank ने कहा कि इस प्रस्तावित ट्रांजैक्शन की वजह से उसके कैपिटल एडिक्वेसी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.