जैसे-जैसे लोगों की आमदनी बढ़ रही है, उनके Investment का दायरा भी बढ़ता जा रहा है. भारत में निवेश के लिए लोग केवल एफडी, शेयर बाजार या सोना-चांदी के ही भरोसे नहीं है, बल्कि प्रॉपर्टी भी हमेशा से निवेशकों का भरोसेमंद विकल्प रहा है. लेकिन अब भारतीयों के प्रॉपर्टी प्रेम में कुछ ज्यादा ही तेजी आ गई है.
एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रॉपर्टी खरीदने का कन्वर्जन समय इस अप्रैल-सितंबर 2024 में घटकर औसतन 26 दिन रह गया. जबकि 2020-21 में ये उच्चतम 33 दिन पर था.
ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि देश में बढ़ती डिस्पोजेबल इनकम और मजबूत आर्थिक गतिविधि के बीच घर सबसे पसंदीदा निवेश का विकल्प बन रहा है. एनारॉक ग्रुप के आंकड़ों के हिसाब से सबसे कम कन्वर्जन समय अल्ट्रा-लक्जरी घर जिनकी कीमत 3 करोड़ रुपये या इससे ज्यादा है उनमें देखा गया है, ये 2025 की पहली छमाही में केवल 15 दिन था, जबकि 2023-24 में ये 22 दिन था.
सस्ते घर खरीदने वाले लेते हैं थोड़ा वक्त
एनारॉक की रिपोर्ट (Anarock Report) में बाकी बजट के घरों के बारे में भी विस्तार से बताया गया है जिसके मुताबिक 50 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये के बीच की कीमत वाले घरों के खरीदारों को सबसे ज्यादा 30 दिन का समय लगा. वहीं 1 करोड़ रुपये से 3 करोड़ रुपये के बीच की कीमत वाले घरों में 2024-25 की पहली छमाही में कुल कन्वर्जन समय 27 दिन रहा.
डेटा के हिसाब से लीड-टू-कन्वर्जन समय 2018-19 और 2023-24 में सबसे कम 25 दिन था. इससे संकेत मिल रहा है कि अल्ट्रा-लक्जरी घरों के खरीदार फाइनेंशियल तौर पर जल्दी फैसला लेने में सक्षम हैं. साथ ही, हाई-एंड घरों की मौजूदा समय में सबसे ज्यादा डिमांड है और ये इन्वेंट्री बिक भी तेजी से जाती है.
वहीं अफोर्डेबल हाउसिंग के समय में मामूली कमी देखी गई जो 2023-24 के 27 दिनों से 2024-25 की पहली छमाही में 26 दिन रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि खरीदारों ने 2020-21 में घरों को बुक करने में आज के मुकाबले ज्यादा समय लिया जो मौजूदा समय में मजबूत डिमांड का सबूत है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुछ साल में ब्रांडेड डेवलपर्स ने नई सप्लाई में उछाल देखा है इसलिए खरीदार तेजी से फैसला लेने में सक्षम हैं क्योंकि इन प्लेयर्स पर उनका भरोसा बढ़ गया है.