आज आधार कार्ड (Aadhaar Card) न सिर्फ पहचान के लिए बल्कि तमाम जरूरी कामों के लिए भी सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट बन चुका है. स्कूल में बच्चे का एडमिशन हो या बैंक अकाउंट में खाता खुलवाना और या फिर किसी सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो, सभी जगह आधार की जरूरत पड़ती है. ऐसे में इसमें आपकी जानकारी का अपडेटेड होना बेहद जरूरी है और न केवल वयस्कों के लिए, बल्कि बच्चों के आधार के लिए भी ये नियम लागू है.
5 से 7 साल के बच्चों के बाल आधार (Baal Aadhaar) का बायोमैट्रिक अपडेट कराना अनिवार्य हैं, नहीं तो ये बंद किया जा सकता है. अब UIDAI ने इस काम को आसान बनाने के लिए बड़ा प्लान तैयार किया है, जिसके तहत बाल आधार अपडेट कराने के लिए Aadhaar Center जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और ये जरूरी काम उसके स्कूल में ही फटाफट हो जाएगा. आइए जानते हैं क्या तैयार है यूनीक आइडेंटिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया की...
स्कूलों में भेजी जाएंगी बायोमेट्रिक मशीनें
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, UIDAI जल्द ही स्कूलों के माध्यम से बच्चों के आधार कार्ड (Child Aadhaar Card) का बायोमेट्रिक अपडेट शुरू करने की योजना बना रहा है. इसके तहत हर जिले में बायोमेट्रिक मशीनें भेजी जाएंगी और यहां से उन्हें एक स्कूल से दूसरे स्थानीय स्कूल में भेजकर चरणबद्ध तरीके से ये काम पूरा किया जाएगा. रिपोर्ट में आधार संस्था से जुड़े एक टॉप लेवल अधिकारी ने इस तैयारी से जुड़ी ये जानकारी शेयर की है.
2 महीने बाद शुरू हो जाएगा काम
आधार अथॉरिटी की ओर से स्कूलों के जरिए आधार कार्ड अपडेट (Aadhaar Update In School) को लेकर काम शुरू हो गया है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश कुमार की मानें तो दो महीने बाद ये काम शुरू किया जा सकता है और चरणबद्ध तरीके से बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट शुरू करने की परियोजना पर काम जारी है. इससे जुड़े अपडेट के बारे में बताते हुए कुमार ने कहा कि अभी हम इस तकनीक का परीक्षण कर रहे हैं और यह 45-60 दिनों में तैयार हो जाएगी.
7 करोड़ से ज्यादा बाल आधार अपडेट नहीं
भुवनेश कुमार ने बताया कि जिन बच्चों का आधार कार्ड अभी तक बायोमेट्रिक अपडेट नहीं हुआ है, उनका आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है और ये अब करीब 7 करोड़ से ज्यादा हो चुका है. उन्होंने आगे कहा कि 5 साल से ज्यादा उम्र के सभी बच्चों के लिए Aadhaar Biometric Update अनिवार्य है और इस बढ़ते आंकड़े के मद्देनजर ही यूआईडीएआई ने स्कूलों के माध्यम से बिना देरी के इस काम को करने का प्लान तैयार किया है.
नहीं तो बंद हो जाएगा आधार कार्ड
UIDAI की ओर से लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से अलर्ट जारी किया जा रहा है और इसमें अभिभावकों से कहा जा रहा है कि अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट से स्कूल एडमिशन, प्रवेश परीक्षा, स्कॉलरशिप और DBT Benefits तक आसान पहुंच संभव होगी. इसके साथ ही अथॉरिटी ने हिदायत देते हुए कहा कि समय पर 7 साल से बड़े बच्चे का Aadhaar Biometric Update अपडेट न होने की स्थिति में उसका आधार डिएक्टिवेट किया जा सकता है और वो तमाम लाभों से वंचित रह सकता है.
अभी Free... फिर लगेगा ₹100 चार्ज
Baal Aadhaar बनवाने से जुड़े नियम देखें, तो 0–5 साल तक के बच्चों का आधार कार्ड बिना बायोमेट्रिक के बन जाता है और इसके लिए सिर्फ उसकी फोटो, नाम, जन्मतिथि, पता और माता-पिता के दस्तावेजों की जरूरत होती है. वहीं जब बच्चा 5 साल की उम्र पूरी कर लेता है, तो पहले बायोमैट्रिक अपडेट के तौर पर उसके फिंगरप्रिंट, आइरिस स्कैन और लेटेस्ट फोटो को अपडेट कराना जरूरी होता है.
UIDAI की ओर से साफ किया गया है कि 5-7 साल के बच्चों के आधार का बायोमेट्रिक अपडेट या एमबीयू प्रोसेस अभी बिल्कुल फ्री है यानी इसके लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता है. वहीं बच्चे के 7 साल से ज्यादा का होने पर इस काम को कराने के लिए 100 रुपये का शुल्क देना होता है.