भारत समेत कई दुनिया के कई देशों में फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) और विश्व बैंक की संयुक्त मंत्रिस्तरीय समिति का ऐसा बयान आया है, जो स्थिति की गंभीरता का संकेत देता है. समिति की ओर से खासकर विकासशील देशों को आगाह किया गया है. (Photo: File)
दरअसल, IMF और विश्व बैंक की संयुक्त मंत्रिस्तरीय समिति का मानना है कि कोविड-19 महामारी का प्रभाव अभी कई वर्षों तक देखने को मिलेगा. यानी इस महामारी से दुनिया को जल्द छुटकारा नहीं मिलने वाला है. समिति ने दोनों वैश्विक वित्तीय निकायों से सभी देशों को सुरक्षित और प्रभावी टीके की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा है. (Photo: File)
आईएमएफ और विश्व बैंक की ओर से वसंत (स्प्रिंग) बैठकों के बाद जारी वक्तव्य में कहा गया है, 'महामारी को खत्म करने की दृष्टि से दुनियाभर में सभी देशों को सुरक्षित और प्रभावी टीके की समय पर आपूर्ति बेहद जरूरी है, खासकर यह देखते हुए कि अब कोरोना वायरस का नया रूप आ गया है.' (Photo: File)
विकासशील देशों को टीकाकरण अभियान के लिए तैयारियां पूरी करनी चाहिए और सही रणनीति के जरिये देश की कमजोर आबादी तक पहुंचना चाहिए. समिति ने कहा कि कोरोना महामारी ने बड़ा स्वास्थ्य, आर्थिक और सामाजिक संकट पैदा किया है, जिससे आज करोड़ों लोगों का जीवन और आजीविका खतरे में है. (Photo: File)
पीटीआई के मुताबिक समिति ने कहा कि आर्थिक झटके की वजह से गरीबी, असमानता बढ़ी है और पूर्व में हुए विकास लाभ पर संकट गहरा रहा है. हालांकि, वैश्विक अर्थव्यवस्था में धीमा पुनरुद्धार शुरू हुआ है, लेकिन मध्यम अवधि की संभावनाओं को लेकर अनिश्चितताएं हैं. (Photo: File)
वहीं जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार अभी तक दुनिया में 13,54,45,099 लोग इस महामारी से संक्रमित हुए हैं. जबकि दुनियाभर में यह महामारी 29,14,590 लोगों की जान ले चुकी है. समिति ने विकासशील देशों में वैक्सीन विनिर्माण क्षमता तथा महामारी से जुड़ी मेडिकल आपूर्ति को समर्थन के प्रयासों को दोगुना करने पर जोर दिया. (Photo: File)
आईएमएफ और विश्व बैंक की बैठक के बाद समिति ने बयान में कहा कि हम सतत् और लक्षित वित्तीय और तकनीकी सहयोग का आह्वान करते हैं. इसके अलावा द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संगठनों के बीच मजबूत समन्वय होना चाहिए. हम विश्व बैंक और आईएमएफ से अपील करते हैं कि वे साथ में और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर इस महामारी के प्रभाव को नियंत्रित करने का प्रयास करें. (Photo: File)