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मुंबई के इस टावर में क्या है खास, एक घर के लिए अरबों रुपये लगा रहे हैं भारत के रईस लोग

मुंबई का Naman Xana देश के सबसे महंगे रेजिडेंशियल के रूप में उभरकर सामने आया है, जहां देश के अल्ट्रा रिच लोग एक अपार्टमेंट के लिए 500 करोड़ से ज्यादा पैसे लगा रहे हैं.

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2025 में मुंबई के इस टावर में लोगों ने अरबों के घर लिए (Photo-naman-xana.com)
2025 में मुंबई के इस टावर में लोगों ने अरबों के घर लिए (Photo-naman-xana.com)

मुंबई के वर्ली सी-फेस पर खड़ा एक टावर 2025 में भारत के कॉरपोरेट जगत और रियल एस्टेट मार्केट में चर्चा का सबसे बड़ा केंद्र बना रहा है. वैसे तो मुंबई में आलीशान इमारतों की कमी नहीं है, लेकिन 'नमन ज़ाना' (Naman Xana) ने लग्जरी के सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए. यहां हुई ₹700 करोड़ से अधिक की एक ऐतिहासिक डील ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है.

सवाल यह उठता है कि आखिर इस एक अपार्टमेंट में ऐसा क्या खास है, जिसके लिए भारत के सबसे बड़े रईस अरबों रुपये की कीमत चुकाने को तैयार हैं? क्या यह सिर्फ समंदर का नजारा है, या इसके पीछे इंजीनियरिंग का कोई ऐसा करिश्मा है जो इसे दुनिया के सबसे सुरक्षित और निजी आशियानों में शुमार करता है? 

क्यों है यह टावर इतना खास?

वैसे तो वर्ली सी-फेस (Worli Sea Face) हमेशा से अमीरों की पहली पसंद रहा है, लेकिन साल 2025 में Naman Xana ने देश के सबसे महंगे रेजिडेंशियल के रूप में उभरकर सबको चौंका दिया है. 150 मीटर ऊंचे इस टावर ने न केवल लग्जरी के नए मानक स्थापित किए हैं, बल्कि भारत की अब तक की सबसे बड़ी रियल एस्टेट डील का गवाह भी बना है.

वर्ली सी-फेस पर स्थित यह 44 मंजिला टावर नमन ग्रुप द्वारा विकसित किया गया है, इसकी वास्तुकला प्रसिद्ध फर्म तलाती एंड पार्टनर्स (Talati & Partners) ने तैयार की है. इस टावर की सबसे बड़ी खासियत इसका लेआउट है. घर के अंदर कोई खंभा नहीं है, जिससे खरीदार अपनी पसंद के अनुसार 6,500 वर्ग फुट से लेकर 22,000 वर्ग फुट तक के स्पेस को डिजाइन कर सकते हैं.

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घर से दिखता है समुद्र का नजारा

पूरे प्रोजेक्ट में केवल 22 विशिष्ट लोग रहते हैं, इसका मतलब है कि एक मंजिल पर गिने-चुने परिवार ही रहते हैं, जो प्राइवेसी को सर्वोपरि रखते हैं. हर अपार्टमेंट से अरब सागर का 180-डिग्री व्यू मिलता है, इसकी खिड़कियां और बालकनी इस तरह डिजाइन की गई हैं कि निवासियों को 'फ्लोटिंग इन द सी' जैसा अनुभव हो. टावर में 11 मंजिलों का समर्पित पार्किंग क्षेत्र है. अत्याधुनिक सुविधाओं में एक जिम, पिलेट्स रूम, इंडोर गेम्स एरिया और एक भव्य पार्टी हॉल शामिल है.

यह आरसीसी (RCC) और स्टील की एक हाइब्रिड संरचना है, जो इसे मजबूती के साथ-साथ एक आधुनिक कांच जैसा लुक देती है.

2025 की ऐतिहासिक डील्स: किसने खरीदा यहां घर?

साल 2025 में नमन ज़ाना में हुई सौदों की रकम ने इंडस्ट्री के दिग्गजों को भी हैरान कर दिया, यहां 200 करोड़ से लेकर 700 करोड़ रुपये तक के लेनदेन दर्ज किए गए.

लीना तिवारी ने खरीदा सबसे महंगा अपार्टमेंट

यूएसवी फार्मा (USV Pharma) की चेयरपर्सन लीना गांधी तिवारी ने 2025 में भारत की सबसे महंगी रेजिडेंशियल डील की, उन्होंने इस टावर की 32वीं से 35वीं मंजिल के बीच दो डुप्लेक्स अपार्टमेंट खरीदे. जिसका एरिया 22,572 वर्ग फुट है, जिसकी कीमत ₹639 करोड़ है. जीएसटी और स्टांप ड्यूटी समेत इस अपार्टमेंट की कुल लागत करीब 703 करोड़ रुपये पड़ी. यह सौदा ₹2.83 लाख प्रति वर्ग फुट की दर से हुआ, जो भारत में अब तक का सबसे ऊंचा रेट माना जा रहा है.

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तान्या दुबाश ने खरीदा ₹226 करोड़ का अपार्टमेंट

गोदरेज इंडस्ट्रीज की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर तान्या दुबाश ने अपनी कंपनी 'शौला रियल एस्टेट्स' के जरिए इसी टावर में एक शानदार सी-फेसिंग डुप्लेक्स खरीदा, जिसकी कीमत ₹225.76 करोड़ है, इसका एरिया करीब 11,485 वर्ग फुट (बिल्ट-अप एरिया)। इस सौदे के साथ उन्हें 6 कार पार्किंग स्पेस भी मिले हैं.

विभावरी सांघवी (सन फार्मा परिवार): ₹135 करोड़

सन फार्मा के प्रमोटर दिलीप सांघवी की पत्नी विभावरी सांघवी ने भी इस टावर की 21वीं और 29वीं मंजिल पर दो अपार्टमेंट खरीदे, जिनकी कुल कीमत लगभग ₹135 करोड़ बताई गई है.

नमन ज़ाना केवल एक इमारत नहीं, बल्कि स्टेटस सिंबल बन चुका है. मुंबई के अन्य लग्जरी प्रोजेक्ट्स की तुलना में यहां की सीमित इन्वेंट्री और वर्ली सी-फेस की प्राइम लोकेशन इसे सबसे अलग बनाती है. 2025 की ये डील साबित करती हैं कि भारत के अरबपति अब केवल 'लग्जरी' नहीं, बल्कि 'अल्ट्रा-एक्सक्लूसिविटी' की तलाश में हैं, जहां उनके पड़ोसी भी उन्हीं के कद के हों.

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