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WEF में बोले पीएम मोदी- बदल रहा है देश, 6 महीने में 10000 से ज्यादा Startups रजिस्टर

पीएम मोदी ने कहा, आज भारत, दुनिया में रिकॉर्ड संख्या में सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है. 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर्स भारत में काम कर रहे हैं. आज भारत Unicorns के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर है. इनमें से 40 यूनिकॉर्न तो पिछले साल बने हैं. 10 हजार से ज्यादा Startups पिछले 6 महीने में रजिस्टर हुए हैं.

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आर्थिक सुधारों पर रहा पीएम का जोर
आर्थिक सुधारों पर रहा पीएम का जोर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • PM Modi ने गिनाए 10 बड़े बदलाव, बोले इन्वेस्टमेंट का बेस्ट टाइम
  • कोरोना के चलते दूसरी बार ऑनलाइन हो रहा WEF Davos Summit

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने सोमवार को विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) के Davos Agenda Summit में सोमवार को निवेशकों को लुभाने का प्रयास किया. उन्होंने अपने कार्यकाल में देश में किए गए 10 बड़े बदलाव (Economic Reforms) को गिनाया और कहा कि अब मुश्किल के दौर खत्म हो चुके हैं. प्रधानमंत्री ने आर्थिक सुधारों पर जोर देते हुए बताया कि लाइसेंस राज के लिए बदनाम रहा भारत अब आगे बढ़ चुका है.

एक साल में बने 40 यूनिकॉर्न

पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय युवाओं में आज Entrepreneurship एक नई ऊंचाई पर है. आज भारत दुनिया में रिकॉर्ड संख्या में सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है. 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर्स भारत में काम कर रहे हैं. आज भारत Unicorns के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर है. इनमें से 40 यूनिकॉर्न तो पिछले साल बने हैं. 10 हजार से ज्यादा Startups पिछले 6 महीने में रजिस्टर हुए हैं.

25 साल का लक्ष्य लेकर नीतियां बना रहा है भारत

प्रधानमंत्री ने बेहतर भविष्य का भरोसा जाहिर करते हुए कहा कि आज भारत वर्तमान के साथ ही अगले 25 वर्षों के लक्ष्य को लेकर नीतियां बना रहा है, निर्णय ले रहा है. इस कालखंड में भारत ने हाई ग्रोथ के साथ Welfare और Wellness को हासिल करने का लक्ष्य तय किया है. उन्होंने कहा कि ग्रोथ का ये कालखंड ग्रीन भी होगा, क्लीन भी होगा, सस्टेनेबल भी होगा और रिलायबल भी होगा.

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भारत में इन्वेस्टमेंट का ये सबसे अच्छा समय

आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलते हुए भारत का फोकस सिर्फ प्रोसेस को आसान करने पर ही नहीं है, बल्कि इन्वेस्टमेंट और प्रोडक्शन को इन्सेन्टीवाइज करने पर भी है. इसी अप्रोच के साथ आज 14 सेक्टर्स में 26 बिलियन डॉलर की Production Linked Incentive schemes लागू की गई हैं. आज भारत Ease of Doing Business को बढ़ावा दे रहा है और सरकार के दखल को कम से कम कर रहा है. भारतीयों में Innovation की नई Technology को Adopt करने की जो क्षमता है, Entrepreneurship की जो स्पिरिट है, वो हमारे हर ग्लोबल पार्टनर को नई ऊर्जा दे सकती है. इसलिए भारत में इन्वेस्टमेंट का ये सबसे अच्छा समय है.

क्रिप्टोकरेंसी के बहाने UN जैसी संस्थाओं में सुधार की बात

पीएम मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी के बहाने वैश्विक स्तर पर तालमेल और यूएन जैसे संस्थानों में सुधार की बात भी की. उन्होंने कहा, हमें ये मानना होगा कि हमारी लाइफस्टाइल भी Climate के लिए बड़ी चुनौती है. थ्रो अवे कल्चर और कंज्यूमरिज्म ने Climate Challenge को और गंभीर बना दिया है. इन्हें देखते हुए circular economy की तरफ बढ़ना बहुत जरूरी है. सप्लाई चेन की दिक्कतें, महंगाई और पर्यावरण का संकट इन्हीं का परिणाम है. एक और उदाहरण है cryptocurrency का. जिस तरह की टेक्नोलॉजी इससे जुड़ी है, उसमें किसी एक देश के द्वारा लिए गए फैसले, इसकी चुनौतियों से निपटने में अपर्याप्त होंगे. हमें एक समान सोच रखनी होगी. आज के वैश्विक हालात को देखते हुए सवाल ये भी है कि क्या Multilateral organizations नए वर्ल्ड ऑर्डर और नई चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं? इसलिए हर लोकतांत्रित देश का ये दायित्व है कि इन संस्थाओं में Reforms पर बल दे, ताकि इन्हें वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाया जा सके.

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आर्थिक असमानता के सवाल पर ये बोले मोदी

पीएम मोदी ने भारत में आर्थिक असमानता पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि हमने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में भोजन पहुंचा रहे हैं. यह संभवत: दुनिया का इस तरह का सबसे बड़ा अभियान होगा. हमने हर किसी का ध्यान रखने का प्रयास किया. दुनिया के अर्थशास्त्रियों ने भारत के प्रयासों की तारीफ की है. दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन कार्यक्रम के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने खास संबोधन में कहा कि भारत अभी कोरोना की नई लहर से जूझ रहा है. भारत आजादी के 75 साल का जश्न भी मना रहा है. हमने कोरोना के दौरान इकोनॉमिक रिफॉर्म पर भी फोकस किया है. हमारे पास कोरोना वैक्सीनेशन में 160 करोड़ डोज लगाने का आत्मविश्वास भी है.

PM Modi से पहले चीन के राष्ट्रपति का हुआ संबोधन

इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने कहा कि कोरोना महामारी से जीतने के लिए संयुक्त प्रयास ही एकमात्र तरीका है. उन्होंने वैक्सीन के इक्वल डिस्ट्रीब्यूशन (Equal Distribution Of Vaccine) और दुनिया भर में तेजी से वैक्सीनेशन (Vaccination) की भी बात की. जिनपिंग ने विकसित देशों (Developed Economies) से जिम्मेदार आर्थिक नीतियां अपनाने की अपील की. उन्होंने कहा, विकसित देशों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि उनकी नीतियों से विकासशील देशों (Developing Economies) पर कोई खराब असर नहीं पड़ रहा हो. जिनपिंग ने चीन की अर्थव्यवस्था को और खुली बनाने तथा बाजार पर फोकस्ड सुधार करने का भी वादा किया.

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आज से शुरू इस इवेंट में इन ग्लोबल लीडर्स की भी भागीदारी

कोरोना महामारी की नई लहर के कारण वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) का सालाना शिखर सम्मेलन (WEF Summit) लगातार दूसरे साल ऑनलाइन आयोजित हो रहा है. आज सोमवार से शुरू हो रहे इस पांच दिवसीय कार्यक्रम (WEF Davos Summit) में दुनिया भर के कई बड़े नेता, इकोनॉमिस्ट (Economist) और बिजनेसमैन (Businessman) हिस्सा लेने वाले हैं. आज पीएम मोदी के बाद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस (UN General Secretary Antonio Guterres) भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे. पांच दिनों के इस कार्यक्रम में इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट, जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मोरिसन समेत कई ग्लोबल लीडर हिस्सा लेने वाले हैं.

कोरोना के चलते दूसरी बार ऑनलाइन हो रहा कार्यक्रम

WEF का दावोस एजेंडा सम्मेलन पिछले 50 साल से आयोजित हो रहा है. आम तौर पर इसका आयोजन स्विट्जरलैंड के रिसॉर्ट शहर दावोस में होता है. इस बार भी दावोस में ही आयोजन होने वाला था, लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के सामने आने और दुनिया भर में नई लहर का प्रकोप फैल जाने के बाद ऑफलाइन आयोजन को टाल दिया गया. पिछले साल अगस्त में WEF की एक बैठक सिंगापुर में होने वाली थी. कोरोना के प्रकोप के चलते उसे भी रद्द करना पड़ गया था.

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