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Pakistan Power Crisis: बिजली 24.80 रुपये यूनिट, श्रीलंका के बाद अब पाकिस्तान में गहराता संकट!

Pakistan Economic Crisis: श्रीलंका की तरह पड़ोसी देश पाकिस्तान भी इन दिनों अभूतपूर्व आर्थिक संकटों का सामना कर रहा है. पाकिस्तान में महंगाई दशक से अधिक समय के उच्च स्तर पर है, डीजल-पेट्रोल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर हैं, खाने-पीने की चीजों के भाव आसमान छू रहे हैं और अब जनता पर महंगी बिजली की मार पड़ने जा रही है...

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संकट में पाकिस्तान (Photo: Reuters)
संकट में पाकिस्तान (Photo: Reuters)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • श्रीलंका की राह पर पड़ोसी पाकिस्तान
  • रिकॉर्ड महंगाई के बीच बिजली हुई महंगी

श्रीलंका (Sri Lanka Crisis) के बाद एक और पड़ोसी देश पाकिस्तान आर्थिक बदहाली (Pakistan Economic Crisis) की राह पर है. पाकिस्तान में महंगाई (Pakistan Inflation) पहले ही रिकॉर्ड स्तर पर है और खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं. इस बीच पाकिस्तान की सरकार ने डीजल-पेट्रोल (Pakistan Diesel-Petrol Prices) के बाद अब बिजली की दरें (Pakistan Electricty Rate Hike) बढ़ाने का फैसला किया है. यह फैसला ऐसे समय लिया गया है, जब पाकिस्तान ऊर्जा संकट (Pakistan Power Crisis) और हीटवेव (Pakistan Heatwave) की दोहरी मार झेल रहा है.

पाकिस्तान में इतनी महंगी हो जाएगी बिजली

पाकिस्तान की स्थानीय खबरों के अनुसार, ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर (Pakistan Power Minister Khurram Dastagir) ने मंगलवार को बिजली की दरें बढ़ाने का ऐलान किया. उन्होंने बताया कि बिजली की दरों को 7.90 रुपये प्रति यूनिट बढ़ाने का फैसला लिया गया है. हालांकि सरकार इसे एक ही बार में लागू नहीं कर रही है. पहले चरण में बिजली की दरें 26 जुलाई से 3.50 रुपये प्रति यूनिट बढ़ाई गई हैं. इसके बाद अगस्त से इसमें 3.50 रुपये प्रति यूनिट का इजाफा किया जाएगा. अंतिम चरण में अक्टूबर में दरें 0.91 रुपये प्रति यूनिट बढ़ाई जाएंगी. इस तरह तीन चरणों में बिजली की दरें 7.91 रुपये प्रति यूनिट बढ़ जाएंगी और अक्टूबर से पाकिस्तान में इनकी दरें बढ़कर 24.80 रुपये प्रति यूनिट हो जाएंगी. भारत की बात करें तो बिजली की औसत दर 7-8 रुपये प्रति यूनिट है.

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गरीब लोगों का सरकार ने रखा ध्यान

पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री दस्तगीर ने दरें बढ़ाने का ऐलान करते हुए कहा कि गरीब लोगों को ध्यान में रखते हुए इन्हें एक ही बार में न बढ़ाकर चरणों में बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों के लिए पहले तीन महीने मुश्किल भरे होंगे. उन्होंने दावा किया कि इस साल नवंबर से बिजली के दाम कम होने लगेंगे. इसके साथ ही पाकिस्तान की सरकार ने गरीब लोगों को एक और बड़ी राहत दी है. सरकार ने कहा है कि जिन लोगों का बिल 100 यूनिट से कम होगा, उन्हें नई दरों से भुगतान नहीं करना होगा. इसका मतलब हुआ कि ऐसे कस्टमर्स के लिए बिजली महंगी नहीं होने वाली है.

इसी महीने बढ़े डीजल-पेट्रोल के दाम

आपको बता दें कि पाकिस्तान की जनता पहले ही डीजल और पेट्रोल के मामले में भारी कीमत चुका रहे हैं. आर्थिक हालात सुधारने के लिए नई सरकार ने जुलाई की शुरुआत में डीजल-पेट्रोल के दाम और बढ़ाने का ऐलान किया था. सरकार ने पेट्रोल पर 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल व केरोसिन तेल पर 5-5 रुपये प्रति लीटर पेट्रोलियम लेवी लगा दिया था. इसके बाद पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमतें बढ़कर 248.74 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई हैं. इसी तरह हाई स्पीड डीजल अभी 276.54 रुपये प्रति लीटर और केरोसिन तेल 230.26 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. महंगाई की बात करें तो पाकिस्तान में इसकी दर पिछले महीने बढ़कर 21.3 फीसदी पर पहुंच गई, जो एक दशक से ज्यादा समय का सबसे उच्च स्तर है.

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