शेयर बाजार में बुधवार, 11 दिसंबर को 3 मेनबोर्ड आईपीओ ओपेन हुए हैं, जो MobiKwik,विशाल मेगा मार्ट और फार्मा कंपनी साई लाइफ साइंस लिमिटेड के हैं. इनके लिए आवेदन 13 दिसंबर को क्लोज हो जाएंगे. इस बीच, रिटेल से लेकर दिग्गज निवेशकों ने दांव लगाना शुरू कर दिया है. इन तीनों में से रिटेल इन्वेस्टर्स सबसे ज्यादा One MobiKwik Systems
के IPO पर दांव लगा रहे हैं.
वन मोबिक्विक सिस्टम्स के IPO को निवेशकों से जोरदार प्रतिक्रिया मिली और पहले दिन तक इस आईपीओ को 7.80 गुना सब्सक्राइब किया गया था. रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व कोटा 28.59 गुना सब्सक्राइब हुआ, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए रिजर्व कोटा लगभग 9.48 गुना सब्सक्राइब हुआ है. आखिर कंपनी को क्यों इतनी तगड़ी प्रतिक्रिया मिली है? इसपर कंपनी के सीईओ ने जवाब दिया है.
क्यों MobiKwik के आईपीओ में लगा रहे दांव?
यह पूछे जाने पर कि कंपनी को बाजार से इतनी मजबूत सकारात्मक प्रतिक्रिया क्यों मिली? वन मोबिक्विक सिस्टम्स के सह-संस्थापक और सीईओ बिपिन प्रीत सिंह ने कहा कि भारत में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनियां तेजी से डिजिटलीकरण के कारण बढ़ रही हैं, जो एक महत्वपूर्ण और अपरिवर्तनीय मैक्रो ट्रेंड है. इस बढ़ोतरी से बाजार में और अधिक खिलाड़ियों के आने की संभावना है. हालांकि, अगर एक कंपनी चुनौतियों का सामना करती है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि दूसरों के लिए भी नजरिया नकारात्मक होगा. यह मूल्यांकन करना आवश्यक है कि कौन सी कंपनियां मजबूत प्रदर्शन कर रही हैं.”
मार्च 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए, कंपनी ने वित्त वर्ष 23 में 83.8 करोड़ रुपये के घाटे के मुकाबले 14.08 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया. सिंह ने कहा, "हमें अपने क्षेत्र की एकमात्र कंपनी होने पर गर्व है जिसने लाभ कमाया है. कई अन्य कंपनियों के विपरीत, हमने कैश खर्च किए बिना कारोबार करने की क्षमता का प्रदर्शन किया है और हमारा मानना है कि यही कारण है कि निवेशकों ने हमारे लिए मजबूत समर्थन दिखाया है."
कहां कंपनी करेगी आईपीओ के पैसे को खर्च?
यह आईपीओ पूरी तरह से 572 करोड़ रुपये तक का एक नया इश्यू है और 13 दिसंबर, शुक्रवार को बंद होगा. सिंह ने आगे कहा कि प्रमोटर इस आईपीओ में कोई शेयर नहीं बेच रहे हैं. इसके नए इश्यू से प्राप्त आय का उपयोग इसके वित्तीय सेवा व्यवसाय में जैविक वृद्धि के वित्तपोषण के लिए 150 करोड़ रुपये, इसके भुगतान सेवा व्यवसाय में जैविक वृद्धि के वित्तपोषण के लिए 135 करोड़ रुपये, अनुसंधान और विकास, डेटा, एमएल और एआई और उत्पाद और टेक्नोलॉजी में निवेश के लिए 107 करोड़ रुपये और इसके भुगतान उपकरण व्यवसाय और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए पूंजीगत व्यय के लिए 70.28 करोड़ रुपये तक किया जाएगा.
GMP का कैसा रिस्पॉन्स?
ग्रे मार्केट में इस आईपीओ को लेकर जबरदस्त रिस्पॉन्स दिखाई दे रहा है. इस आईपीओ का जीएमपी 48.75% है और प्राइस बैंड 279 रुपये है. जीएमपी की माने तो निवेशकों को लिस्टिंग पर एक शेयर पर 136 रुपये की कमाई हो सकती है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)