विलियम शेक्सपीयर का एक बहुत लोकप्रिय संवाद है, ‘नाम में क्या रखा है?’, लेकिन कोई यही बात Omicron नाम की क्रिप्टोकरेंसी से पूछे तो इसका जवाब मिलेगा कि वैल्यू में 900% का इजाफा. दरअसल, दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट मिला है और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसका नाम ‘Omicron’ रखा है. अब इस वजह से इसी नाम के एक क्रिप्टोकरेंसी टोकन की वैल्यू में जबरदस्त इजाफा हुआ है.
900% पढ़ी Omicron की वैल्यू
कॉइन मार्केट कैप के आंकड़ों के हिसाब से 27 नवंबर को Omicron Cryptocurrency का मूल्य मात्र 64.94 डॉलर (करीब 4,865 रुपये) था. लेकिन 29 नवंबर को इसने 692.45 डॉलर ( करीब 51,875 रुपये) के स्तर को छू लिया. हालांकि 30 नवंबर को ये मामूली तौर पर टूटकर 689 डॉलर (करीब 51,618 रुपये) पर आ गया. लेकिन मात्र दो से तीन दिन में इसकी वैल्यू में 900% का इजाफा देखा गया है.
इथेरियम पर आधारित है Omicron
Omicron क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम (Ethereum) पर आधारित क्रिप्टोटोकन है. इसकी ट्रेडिंग सुशीस्वैप के माध्यम से होती है और ये एक विकेंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Cryptocurreny Exchange) है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (World Health Organisation-WHO) ने 26 नवंबर 2021 को दक्षिण अफ्रीका में मिले कोविड-19 के नए वैरिएंट का नाम Omicron रखा था.
दुनियाभर में टूट रही क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू
हाल में बिटकॉइन से लेकर बाकी अन्य क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू में गिरावट देखी गई है. दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं ने क्रिप्टोकरेंसी पर नकेल कसने की कोशिश की है या इसे रेग्युलेट करने के बारे में विचार कर रही हैं. इससे इनकी वैल्यू में गिरावट आई है. भारत सरकार भी संसद के शीतकालीन सत्र में इस बार क्रिप्टोकरेंसी के रेग्युलेशन (Cryptocurrency Regulation) के लिए विधेयक लाने वाली है. ये विधेयक देश में निजी क्रिप्टोकरेंसी को बैन करेगा और RBI की डिजिटल करेंसी को बढ़ावा देने का काम करेगा.
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