भारत का सबसे बड़ा इक्विटी डेरेटिव एक्सचेंज, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) अपना IPO लाने की तैयारियों में जुटी हुई है. इस बीच, NSE का वैल्यूएशन प्राइवेट मार्केट में 60 अरब डॉलर के करीब पहुंच चुका है. सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने बुधवार को कहा कि भारत के सबसे बड़े शेयर बाजार NSE के IPO कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसे सुलझाया ना जा सके.
22 मई को पांडे ने कहा कि पिछले कुछ सालों में सबसे ज्यादा इंतजार किए जाने वाले IPO को शेयर बाजार नियामक से मंजूरी मिलने वाली है. पांडे ने पिछले सप्ताह कहा था कि सभी लंबित मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा. यह दर्शाता है कि मार्केट नियामक आगे बढ़ने के लिए रास्ते पर है. पांडे ने कोई खास समयसीमा नहीं बताई है, लेकिन कहा है कि जल्द ही इसका IPO आएगा.
5 दिन में 53 चढ़ा शेयर
उन्होंने कहा कि NSE और SEBI के बीच चर्चा चल रही है. दोनों पक्ष मामलों को सुलझाने के लिए उत्सुक हैं. वहीं इस खबर के आने के बाद NSE के अनलिस्टेड शेयरों की वैल्यू रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई. NSE के अनलिस्टेड शेयरों की कीमत आज 2,300 रुपये पर पहुंच गई, जो सिर्फ पांच कारोबारी सत्रों में 53% बढ़ गई है. स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैपटिलाइजेशन 5.70 लाख करोड़ रुपये हो गया.
सेबी को एनएसई ने बढ़ाया है पेपर
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करके सार्वजनिक होने की अपनी योजना को आगे बढ़ाया है. दिसंबर 2016 में अपना IPO प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने वाले इस एक्सचेंज के शेयरों का वर्तमान में नॉन लिस्टेड मार्केट में एक्टिव तौर पर कारोबार हो रहा है. NSE ट्रेड की संख्या के हिसाब से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, जिसकी 2024 में 17.5% बाजार हिस्सेदारी है. यह 81.7% कॉन्ट्रैक्ट के कारोबार के साथ वैश्विक डेरिवेटिव एक्सचेंज सूची में भी शीर्ष पर है.
आईपीओ आने में लग सकता है इतना वक्त
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सेबी की मंजूरी के बाद NSE IPO के मार्केट में आने पर 6 महीने का वक्त लग सकता है. 31 मार्च, 2025 तक, NSE ने इक्विटी कैश सेगमेंट में 93.6% बाजार हिस्सेदारी और इक्विटी फ्यूचर्स में 99.9% हिस्सेदारी थी. एनएसई के राजस्व में 16% की साल-दर-साल वृद्धि 17,141 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ में 47% की वृद्धि 12,188 करोड़ रुपये है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)