देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार कमी हो रही है. भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को जो आंकड़े जारी किए उसके हिसाब से 2 अप्रैल और उससे पहले 26 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में लगातार इसमें कमी दर्ज की गई है. जानें कितना है अब ये?
26 मार्च को था 579.28 अरब डॉलर
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 26 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में 2.98 अरब डॉलर घटकर 579.28 अरब डॉलर रह गया था. इसके बाद वाले हफ्ते में भी इसमें गिरावट दर्ज की गई है.
2 अप्रैल तक 2.4 अरब डॉलर की और गिरावट
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक 2 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.41 अरब डॉलर घटकर 576.86 अरब डॉलर रह गया. हालांकि 19 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में इसने बढ़त दर्ज की थी.
एक पखवाड़े में गिरा 5.4 अरब डॉलर
रिजर्व बैंक ने जब 26 मार्च को 19 मार्च तक के आंकड़े जारी किए थे तब देश का विदेशी मुद्रा भंडार 582.27 अरब डॉलर था. जबकि 9 अप्रैल को जारी 2 अप्रैल तक के आंकड़ों में यह घटकर 576.86 अरब डॉलर रह गया है. इस तरह एक पखवाड़े के भीतर इसमें 5.4 अरब डॉलर की कमी दर्ज की गई है.
विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां हुईं कम
यूं तो विदेशी मुद्रा भंडार की गणना अमेरिकी डॉलर में की जाती है, लेकिन इसमें येन, यूरो, पौंड जैसी अन्य वैश्विक मुद्राएं भी शामिल होती हैं. कुल विदेशी मुद्रा भंडार में इनकी अहम हिस्सेदारी होती है और इन्हें ही फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) कहा जाता है.
दो अप्रैल को समाप्त सप्ताह में FCA में आई गिरावट विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट की प्रमुख वजह है. इस सप्ताह में एफसीए 1.51 अरब डॉलर घटकर 536.43 अरब डॉलर रह गया. FCA में कमी आने की वजह डॉलर के अलावा अन्य मुद्राओं के मूल्य में गिरावट आन होती है.
स्वर्ण भंडार में भी गिरावट
इस अवधि में देश का स्वर्ण भंडार भी 88.4 करोड़ डॉलर घटकर 34.02 अरब डॉलर रह गया. इसी तरह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से मिला स्पेशल ड्राइंग राइट (SDR) 40 लाख डॉलर घटकर 1.48 अरब डॉलर रह गया और आईएमएफ के पास देश का सुरक्षित भंडार 1.2 करोड़ डॉलर घटकर 4.93 अरब डॉलर रह गया. यह सभी देश के विदेशी मुद्रा भंडार का ही हिस्सा होते हैं.
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