अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने आगाह किया है कि रूस-यूक्रेन की जंग (Russia-Ukraine War) और उसके बाद रूस पर लगाए प्रतिबंधों का दुनियाभर की इकोनॉमी पर 'गंभीर असर' (Severe Impact) देखने को मिल सकता है. ग्लोबल लेंडर ने एक बयान जारी कर कहा है कि मौजूदा संकट से महंगाई दर और इकोनॉमिक एक्टिविटी को ऐसे समय में शॉक लगा है जब वस्तुओं की कीमतों पर पहले से काफी अधिक प्रेशर है.
यूक्रेन की अपील पर अगले हफ्ते फैसला
IMF ने उम्मीद जाहिर की है कि उसका बोर्ड अगले सप्ताह 1.4 अरब डॉलर की इमरजेंसी फंडिंग की यूक्रेन की अपील पर अगले सप्ताह फैसला करेगा. संगठन ने बताया है कि विभिन्न फंडिंग ऑप्शन्स को लेकर बातचीत चल रही है.
वाशिंगटन स्थित लेंडर ने कहा है, "स्थिति काफी उथल-पुथल भरी है और परिदृश्य असाधारण अनिश्चितता से भरी है. अर्थव्यवस्था पर पहले ही असर देखने को मिल रहा है."
लाखों लोगों ने किया पलायन
IMF ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से अनाज और एनर्जी की कीमतें चढ़ रही हैं. इस लड़ाई की वजह से 10 लाख से ज्यादा शरणार्थी दूसरे देशों में पलायन कर चुके हैं जबकि इस वजह से रूस पर अभूतपूर्व प्रतिबंध लग गए हैं.
लेंडर ने कहा है, "आसमान छूती महंगाई का असर दुनियाभर में देखने को मिलेगा, खासकर गरीब परिवारों पर क्योंकि खाने और ईंधन पर उनका खर्च ज्यादा होता है."
आईएमएफ ने कहा है कि अगर दोनों देशों के बीच जंग और तेज हो जाती है तो इकोनॉमिक डैमेज और अधिक बढ़ जाएगा.
इकोनॉमी पर पड़े हैं ये असर
रूस-यूक्रेन की जंग की वजह से दुनियाभर की इकोनॉमी पर गंभीर असर देखने को मिला है. दुनियाभर के शेयर बाजारों में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार गिरावट जारी है. दूसरी ओर, दुनियाभर की कंपनियों ने रूस और यूक्रेन से कारोबार समेटने का ऐलान किया है.