प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन कंपनियां- इंडिगो और गोएयर अब सिर्फ प्रैट एंड व्हिटीनी (पीडब्ल्यू) के ठीक किये गए इंजन वाले विमान को उड़ा सकेंगी. इस संबंध में डीजीसीए ने आदेश जारी किया है. आपको यहां बता दें कि डीजीसीए एयरलाइन कंपनियों को रेग्युलेट करने वाली संस्था है.
दरअसल, इंडिगो और गोएयर के बेड़े में शामिल पीडब्ल्यू इंजन वाले ए320 नियो विमान वर्ष 2016 में शामिल होने के बाद से ही समय—समय पर हवा में और जमीन पर दोनों जगह गड़बड़ी करते रहे हैं. नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्विटर पर कहा कि इंडिगो के बेड़े में ए320नियो और ए321 नियो के कुल 134 विमान हैं और उन सभी में सुधार किये गये पीडब्लयू इंजन लगे हैं. उन्होंने कहा कि वहीं गोएयर के पास ए320 नियो के 46 विमान हैं और इनमें से 30 में ही सुधारे गये पीडब्ल्यू इंजन लगे हैं.
पहले 30 मई तक मिला था मौका
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस साल की शुरुआत में ही दोनों एयरलाइनों—इंडिगो और गोएयर को उनके विमानों सभी पुराने पीडब्ल्यू इंजनों को 30 मई तक बदलने के लिये कहा था. डीजीसीए ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुये जून में इस समयसीमा को बढ़ाकर अगस्त अंत तक कर दिया था.
एयरलाइन कंपनियों पर कोरोना की मार
डीजीसीए ने ये आदेश ऐसे समय में दिया है जब एयरलाइन कंपनियां आर्थिक संकट से जूझ रही हैं. दरअसल, सख्त लॉकडाउन में उड़ान सेवाएं ठप रही थीं. अब भी एयरलाइन कंपनियों की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं सीमित हैं. इसका असर एयरलाइन कंपनियों के तिमाही नतीजों पर भी पड़ा है.