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कोरोना संकट में PF बना बड़ा सहारा! 3.5 करोड़ लोगों को मिली कुल 1.25 लाख करोड़ रुपये की रकम 

कोरोना संकट में बहुत से कर्मचारियों की नौकरियां चली गईं, बहुतों की सैलरी कट गई. कुल मिलाकर पिछला एक साल नौकरी करने वालों के लिए काफी मुश्किल भरा ही रहा. ऐसे में भविष्य निधि (PF) की रकम उनके लिए बड़ा सहारा बनी.

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संकट काल में PF बड़ा सहारा
संकट काल में PF बड़ा सहारा
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लोगों ने बड़े पैमाने पर लिया पीएफ से एडवांस
  • संकट के दौर में फंड पाने का आसान रास्ता

कोरोना संकट ने पिछले एक साल में आम आदमी से लेकर सरकार तक सबकी आर्थिक हालत खस्ता कर दी है. शायद यही वजह है कि पिछले एक साल में करीब 3.5 करोड़ लोगों को उनके पीएफ एकाउंट से एडवांस, सेटलमेंट आदि के रूप में कुल करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये की रकम मिली है.

एडवांस निकासी की छूट 

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल कोरोना संकट की शुरुआत के बाद मार्च 2020 में ईपीएफ सब्सक्राइबर्स को इस बात की इजाजत दी थी​ कि वे एडवांस के रूप में अपने भविष्य निधि (PF) खाते में जमा रकम का 75 फीसदी तक या तीन महीने के वेतन के बराबर रकम एडवांस के रूप में निकाल सकें. यह एडवांस वापस नहीं करना था, बल्कि उतनी ही रकम उनके पीएफ जमा से घट जाएगी. 

योजना को हाथोहाथ लिया

कोरोना संकट में बहुत से कर्मचारियों की नौकरियां चली गईं, बहुतों की सैलरी कट गई. कुल मिलाकर पिछला एक साल नौकरी करने वालों के लिए काफी मुश्किल भरा ही रहा. इसलिए लोगों ने ईपीएफओ की इस योजना को हाथोहाथ लिया. 

इकोनॉमिक टाइम्स की एक खबर के अनुसार, 1 अप्रैल 2020 के बाद इस साल 12 मई तक औपचारिक क्षेत्र के करीब 3.5 करोड़ कामगारों ने अपनी रिटायरमेंट बचत यानी पीएफ से कुल 1.25 लाख करोड़ रुपये की रकम निकाल ली. 

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कम वेतन वालों ने की ज्यादा निकासी 

गौरतलब है कि ईपीएफओ से कुल करीब 6 करोड़ कर्मचारी जुड़े हुए है. हालांकि इस आंकड़े में कर्मचारियों द्वारा लिया गया एडवांस, पेंशन, नौकरी छोड़ने के बाद सेटलमेंट, डेथ इंश्योरेंस आदि सभी शामिल हैं. खबर के अनुसार 72 लाख लोगों ने करीब 18,500 करोड़ रुपये एडवांस के रूप में निकाले हैं. सबसे ज्यादा निकासी कम वेतन वाले कामगारों ने की है. 

 

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