मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) को रिलायंस इंडस्ट्रीज में एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है. उन्हें कंपनी का पूर्णकालिन निदेशक (Whole Time Director) नियुक्त करने का ऐलान किया गया है. अनंत अंबानी को ये जिम्मेदारी 5 साल के लिए मिली है. अनंत अंबानी अब तक रिलायंस के बोर्ड में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में काम कर रहे हैं और अब वे मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी कंपनी में एक्टिव एग्जीक्यूटिव रोल में कदम रखेंगे.
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि मानव संसाधन, नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिश के आधार पर बोर्ड द्वारा स्वीकृति दी गई है. अनंत अंबानी की नियुक्ति 1 मई 2025 से होगी और पांच साल के लिए रहेगी, जो शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के तहत होगी.
अनंत अंबानी के पास ये जिम्मेदारियां भी
RIL में अपने रोल के अलावा, अनंत रिलायंस समूह की कई संस्थाओं के बोर्ड में शामिल हैं, जिनमें Jio Platforms (मार्च 2020 से), रिलायंस रिटेल वेंचर्स (मई 2022 से), और रिलायंस न्यू एनर्जी और रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी (जून 2021 से) शामिल हैं. वे सितंबर 2022 से रिलायंस फाउंडेशन के बोर्ड सदस्य के रूप में भी काम कर रहे हैं.
आकाश-ईश अंबानी के पास ये पद
इस कदम से अंबानी परिवार की प्रमुख व्यवसायों में भागीदारी और मजबूत हुई है. अनंत के भाई-बहन आकाश अंबानी (Akash Ambani) और ईशा अंबानी (Isha Ambani) पहले से ही RIL के बोर्ड में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं. आकाश रिलायंस जियो इन्फोकॉम के अध्यक्ष हैं, जो ग्रुप की टेलीकॉम और डिजिटल सर्विस ब्रांच है, जबकि ईशा रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं.
जानवरों से गहरा नाता
संयुक्त राज्य अमेरिका में ब्राउन विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट अनंत अंबानी (Anant Ambani) जानवरों के प्रति गहरा प्रेम रखते हैं. उन्हें कई बार जानवारों के देखभाल और उनके लिए परोपकारी कामों को करते हुए देखा गया है. उनका जानकवरों के प्रति गहरा लगाव है, जिस कारण उन्होंने वनतारा जैसे जगहों का निर्माण भी करवाया है.
कैसे रहे हैं RIL केन Q4 के नतीजे
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ में 2.4% की वृद्धि दर्ज की. कंपनी का नेट प्रॉफिट 19,407 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 18,951 करोड़ रुपये था. तिमाही के दौरान राजस्व में 9.91% की ग्रोथ देखी गई, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 2,40,715 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,64,573 करोड़ रुपये हो गया. विश्लेषकों ने बिक्री में 5-6% की कमी की आशंका जताई थी.