कल 1 फरवरी 2025 को देश का आम बजट (Union Budget 2025) पेश होने वाला है और केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) लगातार आठवां बजट भाषण संसद में देंगी. बजट में होने वाले ऐलानों पर आम से लेकर खास सभी की निगाहें होती हैं, इसके अलावा शेयर बाजार पर भी इसका असर देखने को मिलता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में कब बजट (Pakistan Budget) पेश होता है और भारत के मुकाबले ये कितना बड़ा या छोटा होता है. आइए जानते हैं...
भारत में हर साल फरवरी के पहले दिन बजट
जैसा कि भारत में केंद्र सरकार अपना बजट हर साल 1 फरवरी को पेश करती है और इसे बेहद अहम डॉक्युमेंट माना जाता है. इसे पेश करने से पहले लंबे समय से चली आ रहीं कुछ परंपराओं को भी निभाया जाता है, जिसमें हलवा सेरेमनी (Halwa Ceremony) एक है. इसके अलावा बजट-डे से एक दिन पहले संसद के पटल पर देश के इकोनॉमिक सर्वे रखा जाता है. इसकी तुलना में पाकिस्तान में बजट पेश करने की प्रक्रिया अलग होती है.
पाकिस्तान में बजट के लिए ये तारीख तय
पाकिस्तान (Pakistan) में बजट की तारीख की बात करें, तो इसे जून महीने की शुरुआत में पेश किया जाता है. हालांकि, वहां पर भारत की तरह Budget के लिए कोई खास दिन या तारीख तय नहीं की गई है. देश में फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत भी 1 जुलाई से होती है. मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद फाइनेंस मिनिस्टर नेशनल असेंबली में इसे पेश करते हैं. यहां असेंबली स्पीकर ही बजट सत्र के दौरान इसे पेश करने का दिन तय करता है.
यही नहीं एक और खास बात ये है कि असेंबली में मौजूद किसी भी सदस्य को बजट आवंटित किए जाने वाली प्रस्तावित बदलाव का प्रस्ताव देने का अधिकार होता है. ऐसी स्थिति में चर्चा के बाद वोटिंग भी होती है और फिर मतों के आधार पर इसे पारित किया जाता है.
Budget साइज में बहुत बड़ा अंतर
अगर बजट के साइज की बात करें, तो पाकिस्तान का बजट भारत की तुलना में बेहद कम होता है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बीते वित्त वर्ष 2024-25 का बजट 47,65,768 करोड़ रुपये का था, जबकि पिछले साल का पाकिस्तान का बजट महज 18,877 अरब PKR था, जो कि भारतीय करेंसी के आधार पर देखें, तो महज 5.65 लाख करोड़ रुपये होता है यानी ये भारत के बजट साइज से तकरीबन 8 गुना छोटा था.