नालंदा के SC/ST थाना बिहारशरीफ में तैनात पुलिस अवर निरीक्षक अरुण पासवान को विशेष निगरानी इकाई पटना ने 14 हजार रुपये की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. विशेष निगरानी विभाग ने बताया है कि एससी-एसटी थाना में तैनात अरुण पासवान एक लाख रुपये की घूस मांग रहे थे. जिसकी पहली किस्त 14 हजार रुपये दी गई थी. लेकिन कैश के साथ अधिकारी को पकड़ लिया गया.
विशेष निगरानी इकाई की टीम ने 4 मार्च को मामला दर्ज किया और 5 मार्च को दरोगा अरुण पासवान को 14 हजार घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. पीड़ित नीतीश कुमार ने बताया कि उस पर 2023 में फर्जी तरीके से SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा किया गया था.
14 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार पुलिस और निरीक्षक अरुण पासवान के द्वारा एक मकान बनाने वाले ठेकेदार बुद्धदेव कुमार के द्वारा मकान बनवाया गया था. वहीं पैसा मिलने के बाद ठेकेदार ने आवेदक के भाई और पिता पर अनुसूचित जाति जनजाति थाना में मामला दर्ज कर केस रफा दफा करने की बात कही थी. जिसके लिए 40 हजार का घूस मांगा गया था.
इसी मुकदमे को रफा दफा करने के एवज में चालीस हजार रुपये की डिमांड की गई थी. पीड़ित ने बताया चालीस हजार रुपये की मांग को लेकर दरोगा अरुण पासवान गाली गलौज करता था. अभियुक्त के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए 6 मार्च को विशेष निगरानी न्यायाधीश की अदालत में पेश किया जाएगा.
40 हजार रुपये की घूंस के कर रहा था गाली-गलौच
पीड़ित पटना जिले में जीविका में प्रशिक्षक के पद पर तैनात है. पिछले एक साल से लगातार रुपये को लेकर तनाव दिया जा रहा था. जिसके बाद इसकी सूचना विशेष निगरानी विभाग को दी गई. वहीं विशेष निगरानी टीम के डीएसपी मुकेश कुमार ने बताया कि एससी एसटी थाना पर तैनात एसआई अरुण कुमार ने बताया कि 14 हजार लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है, आगे की कार्रवाई की जाएगी.