बिहार के अररिया में जीजा और उनकी नाबालिग साली की पुलिस हिरासत में मौत के बाद पुलिस थाने में आगजनी और पथराव के मामले में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है. शनिवार को एक पुलिस अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी है.
अररिया पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, गुरुवार को हिरासत में हुई मौत मामले में ताराबाड़ी थाना पुलिस के एसएचओ और तीन अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में पुलिस स्टेशन पर तोड़फोड़, पुलिस संपत्ति को आग लगा दी और पुलिसकर्मियों को निशाना बनाते हुए पथराव किया. भीड़ द्वारा किए गए हमले में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए.
एक जिला पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर गोलीबारी की, जिसमें तीन नागरिक घायल हो गए.
आक्रोशित भीड़ ने आरोप लगाया कि हिरासत में पुलिस द्वारा पीटे जाने के बाद एक व्यक्ति और उसकी नाबालिग प्रेमी का की मौत हो गई. पुलिस ने दावा किया कि दोनों ने थाने के लॉकअप में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
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CCTV फुटेज के आधार पर हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने अपने बयान में कहा कि अररिया के तालाबारी पुलिस स्टेशन में हिंसा और आगजनी के आरोप में पुलिस ने अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी गिरफ्तारियां सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई हैं. ये सभी लोग ताराबाड़ी थाने के अंदर मिट्ठू सिंह और एक नाबालिग लड़की की मौत के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे.
पुलिस के बयान के अनुसार, थाने पर जमा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और हवाई फायरिंग करनी पड़ी. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पत्नी की मौत के बाद साली से की शादी
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि एक साल पहले मिट्ठू की पत्नी की मौत हो गई थी. कुछ दिन बाद उसने अपनी पत्नी की 14 वर्षीय बहन से शादी कर ली थी, लेकिन पुलिस ने गुरुवार दोपहर को दोनों को हिरासत में ले लिया था. साथ ही पुलिस ने दावा किया कि उस व्यक्ति और नाबालिग को उनके माता-पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर हिरासत में लिया गया था.